करसोगःउपमंडल करसोग में ईटीवी भारत की खबर का असर हुआ है. मिल्क चिलिंग सेंटर में चल रही कंटेनरों की कमी अब दूर हो गई है. अब पशुपालकों का दूध वापस नहीं लौटाया जाएगा. मिल्क फेडरेशन ने पशुपालकों की मांग को देखते हुए और कंटेनर भेज दिए हैं.
करसोग मिल्क चिलिंग सेंटर में कंटेनरों की कमी की वजह से पशुपालकों का आधा दूध वापस लौटाया जा रहा था. बहुत से पशुपालकों से तो दूध ही नहीं खरीदा जा रहा था. ईटीवी भारत ने पशुपालकों की इस मांग को प्रमुखता से उठाया था, जिस पर मिल्क फेडरेशन ने संज्ञान लेते हुए अब और कंटेनर भेज दिए हैं. इन कंटेनरों को डिमांड के मुताबिक रुटों पर भेजा जाएगा ताकि पशुपालकों का पूरा दूध खरीदा जा सके.
सेंटर के पास थी कंटेनरों की भारी कमी
बता दें कि उपमंडल में दूध का उत्पादन बढ़ने से मिल्क चिलिंग सेंटर के पास कंटेनरों की भारी कमी पड़ गई थी. इस कारण करसोग स्थित चिलिंग सेंटर पशुपालकों से आधा ही दूध खरीद रहा था, जबकि बाकी बचे दूध को पशुपालक रोजाना वापस घर ले जाने को मजबूर थे. इस कारण पशुपालकों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा था. उपमंडल में बरसात के दिनों में दूध उत्पादन बढ़ गया है. ऐसे में पशुपालकों के पास दूध से अच्छी आमदनी प्राप्त करने के 3 महीने ही है, लेकिन कंटेनरों की कमी की वजह से आय बढ़ना तो दूर बल्कि पशुपालकों को नुकसान उठाना पड़ रहा था.