सराज:पूर्व मुख्यमंत्री नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर के गृह क्षेत्र सराज का सिविल कोर्ट एक बार फिर बहाल कर दिया गया है. उच्च न्यायालय ने इस बाबत अधिसूचना जारी कर दी है. गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट ने 23 मार्च को जारी न्यायिक अधिकारियों के तबादले के आदेशों में आंशिक फेरबदल करते हुए थुनाग कोर्ट का रेगुलर स्टेटस बहाल रखा है. सोमवार देर शाम को जारी नई अधिसूचना के अनुसार थुनाग कोर्ट में कार्यरत न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी प्रतीक गुप्ता के तबादले के आदेश उच्च न्यायालय द्वारा निरस्त कर दिए गए हैं.
बता दें की 23 मार्च को जारी अधिसूचना के मुताबिक प्रतीक गुप्ता का तबादला कोर्ट नंबर चार शिमला के लिए किया गया था. प्रतीक गुप्ता के स्थान पर डलहौजी कोर्ट में तैनात सिविल जज सुमित ठाकुर को भेजा गया था. दूसरे दिन 24 मार्च को हाईकोर्ट ने तबादले के आदेशों में बदलाव करते हुए थुनाग कोर्ट का अतिरिक्त दायित्व सिविल जज गोहर को दे दिया था और साथ ही महीने में एक सप्ताह यहां सर्किट कोर्ट लगाने के आदेश दिए थे.
रंग लाया बार एसोसिएशन थुनाग के वकीलों का संघर्ष:गौरतलब है कि थुनाग कोर्ट को रेगुलर कोर्ट से सर्किट कोर्ट किए जाने पर बार एसोसिएशन थुनाग ने कड़ा ऐतराज जताया था. थुनाग कोर्ट को पहले की भांति रेगुलर कोर्ट रखने के लिए बार एसोसिएशन थुनाग ने पिछले सप्ताह से काम काज बंद कर रखा था और उच्च न्यायालय के इस आदेश का विरोध किया था. बार एसोसिएशन के सदस्यों ने न्यायालय की इस अधिसूचना का विरोध करते हुए प्रस्ताव पारित किया और पिछले एक सप्ताह से बार एसोसिएशन ने कोर्ट की कार्यवाही से अनुपस्थित रहकर आंदोलन किया.थुनाग सिविल कोर्ट को दोबारा रेगुलर कोर्ट बनाने के लिए जब प्रस्ताव से भी कुछ नहीं बना था तो बार एसोसिएशन थुनाग ने सोमवार को कोर्ट परिसर के बाहर सांकेतिक धरना दिया.