करसोग:देश को एनीमिया मुक्त करने के लिए प्रयास कर रही सरकार के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में भी लोगों में खून की कमी पाया जाना चिंता का विषय है. इसका खुलासा उपमंडल करसोग के तहत पड़ने वाली ग्राम पंचायत चुराग में आयुर्वेदिक विभाग की ओर से एनीमिया की रोकथाम के लिए लगाए गए शिविर में रक्त जांच के दौरान हुआ. इस शिविर में करीब 160 लोगों की रक्त जांच की गई, जिसमें करीब 25 फीसदी लोगों में खून की पाई गई.
आयुर्वेदिक स्वास्थ्य केंद्र खील में कार्यरत डॉ. पंकज कुमार व आयुर्वेदिक फार्मासिस्ट पीतांबर लाल की टीम ने लोगों के रक्त की जांच की. इस दौरान लोगों को स्वस्थ रहने के लिए संतुलित आहार लेने और खून की कमी को दूर करने के लिए निशुल्क दवाइयां बांटी गई. शरीर में खून की कमी को दूर करने के लिए लोगों को हरी पत्तेदार सब्जियों सहित फल के सेवन की भी सलाह दी गई. साथ ही लोगों को निरोग रहने के लिए योगा करने को भी कहा गया. इसके अलावा लोगों को एनीमिया के लक्षणों, कारणों और उपचार के बारे में भी जागरूक किया गया.
एनीमिया के लक्षण
त्वचा का सफेद दिखना, जीभ, नाखूनों एवं पलकों के अंदर सफेदी, कमजोरी एवं बहुत अधिक थकावट, चक्कर आना, बेहोश होना और सांस फूलना इत्यादि एनीमिया के लक्षण हैं.
एनीमिया के कारण