मंडी: भाजपा प्रत्याशी रामस्वरूप शर्मा ने आश्रय शर्मा के बयान पर पलटवार किया है और तीखी टिप्पणी की है. उन्होंने आश्रय के पिता व दादा को भी नसीहत दी है. हॉट सीट मंडी में नेताओं के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है. आरोप प्रत्यारोप का भी खूब दौर चल रहा है.
आश्रय शर्मा और रामस्वरूप शर्मा रामस्वरुप शर्मा ने कहा कि वह भिखारी हैं और उन्हें भिखारी होने पर गर्व है. वह दुराचारी या भ्रष्टाचारी नहीं है. मीडिया से अनौपचारिक बातचीत में रामस्वरूप शर्मा ने आश्रय की टिप्पणी का कड़े शब्दों में जवाब दिया.
बता दें कि कांग्रेस प्रत्याशी आश्रय शर्मा ने रामस्वरूप शर्मा के गृह विस क्षेत्र में नुक्कड़ सभा में टिप्पणी की थी कि सांसद सीएम व पीएम के नाम दे दाता की तरह वोट मांग रहे हैं. मीडियाकर्मियों के प्रश्न पर रामस्वरूप शर्मा ने कहा कि नेता भिखारी होते हैं और वह घर घर जाकर वोट मांगते हैं. नेता दुराचारी या भ्रष्टाचारी हो, ये दुर्भाग्यपूर्ण होता है.
रामस्वरूप ने कहा कि जिन लोगों के इतिहास व बातों से मंडी शर्मशार हुई हो, उनको ऐसी बातें करना शोभा नहीं देता है. नेता को मांगकर ही मिलता है. जनता व कार्यकर्ता ही नेता को बनाते हैं, लेकिन नेता बनकर दुराचारी व भ्रष्टाचारी बनना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने पंडित सुखराम परिवार भी निशाना साधा और कहा कि उनके लिये परिवारवाद ही सब कुछ है. बेटा मंत्री बने, पौता सांसद बने और पड़पौता विधायक बने. अनिल शर्मा जिस तरह के शब्दों का प्रयोग कर रहे हैं, वह उनके लिए व मंडी जिला के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है.
भाजपा प्रत्याशी रामस्वरूप शर्मा भाजपा प्रत्याशी ने कहा कि अनिल शर्मा मंत्री रहे हैं. राज्य सभा के सांसद रहे हैं. बावजूद वह नादानी भरी बातें कर रहे हैं. आज वे सांसद से प्रश्न पूछ रहे हैं. अच्छा होता कि वह अपने पिता पंडित सुखराम से प्रश्न पूछते. वह इस बार मंडी से सांसद रहे हैं. कहा कि जो पंडित सुखराम व अनिल ने बोया है वो वही ही काट रहे हैं.