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करसोग से किसको मिलेगी लीड? 2014 लोकसभा चुनाव में ये थी वोटिंग परसेंटेज - congress

करसोग में रामस्वरूप शर्मा को 51.40 फीसदी वोट मिले थे, वहीं प्रदेश की सत्ता पर काबिज तत्कालीन कांग्रेस सरकार के मुखिया वीरभद्र सिंह भी इस आंधी को रोक नहीं पाए थे. कांग्रेस टिकट पर चुनाव लड़ रही मुख्यमंत्री की पत्नी प्रतिभा सिंह को 43.51 फीसदी वोट पड़े थे.

रामस्वरूप शर्मा और आश्रय शर्मा (डिजाइन फोटो)

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Published : May 11, 2019, 4:14 PM IST

करसोगः पिछले लोकसभा चुनाव में चली मोदी की सुनामी से पूरे देश सहित करसोग विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस की जड़े पूरी तरह से उखड़ गई थी. वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में मंडी संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे भाजपा के उम्मीदवार रामस्वरूप शर्मा ने करसोग वोट परसेंटेज में अर्धशतक लगाया था.

रामस्वरूप शर्मा और आश्रय शर्मा (डिजाइन फोटो)

करसोग में रामस्वरूप शर्मा को 51.40 फीसदी वोट मिले थे, वहीं प्रदेश की सत्ता पर काबिज तत्कालीन कांग्रेस सरकार के मुखिया वीरभद्र सिंह भी इस आंधी को रोक नहीं पाए थे. कांग्रेस टिकट पर चुनाव लड़ रही मुख्यमंत्री की पत्नी प्रतिभा सिंह को 43.51 फीसदी वोट पड़े थे.

हालांकि पिछले चुनाव में सीपीआईएम और आप पार्टी सहित कई आजाद उम्मीदवार भी चुनावी रणभूमि में अपना भाग्य आजमा रहे थे, लेकिन मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच रहा. सीपीआईएम के उम्मीदवार कुशाल भारद्वाज को 1.52 फीसदी मत मिले थे, वहीं आप प्रत्याशी जयचंद ठाकुर मात्र 0.89 फीसदी वोट ले पाए थे. ऐसे में मोदी लहर में पहली बार मंडी संसदीय क्षेत्र से पहली बार चुनाव लड़ रहे रामस्वरूप शर्मा ने लोकसभा की दहलीज पार की थी.

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करसोग से मिले थे 1.46 फीसदी अधिक वोट

मंडी संसदीय क्षेत्र की बात करें तो 2014 में रामस्वरूप शर्मा को यहां कुल 49.94 फीसदी वोट पड़े थे. ऐसे में पूरे संसदीय क्षेत्र की तुलना में करसोग से भाजपा उम्मीदवार को 1.46 फीसदी अधिक वोट पड़े थे. रामस्वरूप को करसोग में कुल 17,286 वोट मिले थे, वहीं दूसरे स्थान पर रही कांग्रेस प्रत्याशी प्रतिभा सिंह को 14,610 वोट पड़े थे. ऐसे में करसोग से भाजपा को 2676 वोटों की लीड प्राप्त हुई थी.

वहीं, इस बार भी मंडी संसदीय क्षेत्र में भाजपा और कांग्रेस के बीच में ही मुख्य मुकाबला है. अबकी बार भी भाजपा से रामस्वरूप शर्मा लगातार दूसरी बार चुनाव मैदान में हैं. वहीं, कांग्रेस से पूर्व केंद्रीय मंत्री सुखराम के पोते आश्रय शर्मा पहली बार चुनावी रणभूमि में अपना भाग्य आजमा रहे हैं. दोनों ही दल अपने-अपने प्रत्याशी को बढ़त दिलाने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं.

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