मंडी: प्रदेश की कठिन भौगोलिक परिस्थितियों को देखते हुए अब हर पंचायत को रेन हार्वेस्टिंग टैंक बनाना जरूरी होगा, ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में आगजनी के वक्त पानी को उपयोग में लाकर संपत्ति को होने वाले नुकसान को कम किया जा सके.
ऐसे में प्रदेश के प्रत्येक पंचायत भवनों में रेन हार्वेस्टिंग का निर्माण अनिवार्य होगा. इस बारे में सभी बीडीओ को आदेश जारी किए गए हैं. ग्रामीण विकास विभाग की ओर से जारी आदर्शों के मुताबिक ग्रामीण क्षेत्रों में अधिकतर मकान लकड़ी से बने हैं.
ऐसे में मानवीय भूल या फिर शॉर्ट सर्किट होने से मकानों में लगने वाली आग पर पानी के अभाव और स्टोरेज टैंकों की सुविधा न होने पर काबू पाना काफी मुश्किल होता है. जिससे संपति को अधिक नुकसान होने का अंदेशा रहता है. इसको देखते हुए सरकार ने मनरेगा के तहत हर पंचायत भवन में रेन हार्वेस्टिंग टैंक का निर्माण जरूरी कर दिया है.
इसके अतिरिक्त ग्रामीण मनरेगा के तहत व्यक्तिगत और पांच या इसके अधिक घरों के लिए समुदाय टैंकों का भी निर्माण कर सकते है. इसके लिए लोगों को ग्राम सभा के सामने अपनी डिमांड रखनी होगी. हालांकि मनरेगा के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में पहले ही व्यक्तिगत तौर पर एक लाख तक के रेन हार्वेस्टिंग टैंकों का निर्माण किया जा रहा है. जिसमें बारिश के पानी को टैंकों में जमा किया जाता है और सूखा पड़ने पर ग्रामीण इस पानी को उपयोग में लाते हैं.
पानी अभाव में अधिक नुकसान