मंडीः पूर्व केंद्रीय मंत्री पंडित सुखराम ने कहा है कि मैं फिर अपने घर मे वापिस आया हूं. इस दौरान उन्होंने भावुक होते हुए कहा कि वह कुछ महीने बाद 93 के होने वाले हैं. ऐसे में मैं लंबा चलने वाला नहीं हूं. आप सबके सामने आश्रय सुख-दुख में खड़ा होगा. अब आपका काम है कि उसे लोकसभा भेजें.
बता दें कि दिल्ली से पोते के लिए कांग्रेस का टिकट लेकर मंडी पहुंचे पूर्व केंद्रीय मंत्री पंडित सुखराम का कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया. उन्होंने कहा कि मेरा मुकाबला मुख्यमंत्री से नहीं है. मेरी मुलाकात पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से हुई है और वो आश्रय शर्मा को अपना आशीर्वाद देंगे. इसके साथ ही उनका बेटा विक्रमादित्य भी मंडी में आश्रय के लिए प्रचार करेंगे.
वीरभद्र सिंह के मंडी में प्रचार के प्रश्न पर पंडित सुखराम ने कहा कि वीरभद्र के पास समय होगा तो वह मंडी में चुनावी प्रचार के लिए जरूर आएंगे. इससे पहले सलापड़ पहुंचने पर कार्यकर्ताओं ने पंडित सुखराम का जोरदार स्वागत किया. उनके कई समर्थक विशेष तौर से सलापड़ पहुंचे थे. पोते का जोरदार स्वागत देख पंडित सुखराम भी गदगद हो गए. राजनीति के चाणक्य माने जाने वाले पंडित सुखराम ने अपने पोते को चुनावी समर में उतारा है. आश्रय का कहना है कि वह अपने दादा का सपना पूरा करने के लिए चुनावी समर में कूदे हैं.
जानकारी देते पंडित सुखराम दिल्ली से पंडित सुखराम व उनके पोते आश्रय मंडी पहुंच गए हैं, हालांकि अभी तक वह अपने पिता व भाजपा सरकार में मंत्री अनिल शर्मा से नहीं मिल पाए हैं. अनिल शर्मा सलापड़ में स्वागत समारोह में भी नहीं पहुंचे थे. बताया जा रहा है कि देर शाम तक उनसे मुलाकात होगी.