मंडी: पंचायती राज विभाग को काम करवाने के लिए अब पीडब्ल्यूडी और आईपीएच से डेपुटेशन पर इंजीनियर नहीं लेने होंगे. पंचायती राज विभाग का अब अपना इंजीनियरिंग विंग होगा, इससे अब करसोग ब्लॉक सहित प्रदेश भर के विभिन्न जिला परिषदों में काम कर रहे इंजीनियर्स के पदोन्नति के द्वार खुल गए हैं.
सरकार ने मंगलवार को इसकी अधिसूचना जारी कर दी है. इसके बाद अब तीन डिवीजनों सहित पंचायत स्तर काम देखने के लिए अब अपने इंजीनयर होंगे. सरकार ने विभिन्न जिला परिषद में पंचायती राज विभाग के अधीन पद सृजित करने की भी मंजूरी प्रदान कर दी है. ऐसे में पीडब्ल्यूडी और आईपीएच विभाग से डेपुटेशन पर लाये गए इंजीनियरों को पंचायती राज विभाग से वापस अपने विभागों को भेजा जाएगा.
अभी तक पंचायतीराज विभाग का अपना इंजीनियर विंग न होने के कारण विभाग को तकनीकी काम करवाने के लिए अधिशाषी अभियंता से लेकर कनिष्ठ अभियंता स्तर के इंजीनियर पीडब्ल्यूडी और आईपीएच विभाग से डेपुटेशन पर लाने पड़ते थे. इन अधिकारियों पर केवल इन्हीं विभागों का कंट्रोल रहता था. ऐसे में इन इंजीनियरों पर पंचायतीराज विभाग कोई कार्रवाई भी नहीं कर सकता था.
दूसरे इन दोनों विभागों से सिर्फ एडजेस्टमेंट करवाने के चक्कर में ही इंजीनयर आते थे. जिस कारण पंचायतीराज विभाग में इंजीनियरों की अधिकतर पद खाली चल रहे हैं. दूसरे पंचायतीराज विभाग के वर्क कल्चर में एडजेस्ट होने में इंजीनियरों को काफी दिक्कतें आती थी. ऐसे में पंचायतीराज विभाग का अपना इंजीनयर विंग होने से इस तरह की समस्या भी दूर होगी.