करसोग: हिमाचल में बढ़ रहे सड़क हादसों से बस चालक सबक नहीं ले रहे हैं. बसों में स्टैंडिंग सवारियों को न ले जाने पर आए सरकारी फरमानों का एचआरटीसी की बसों में अजब तोड़ निकाला गया है. पुलिस की आंखों में धूल झोंकने के लिए अब बसों में तीन सीट पर जबरन चार से पांच और दो सीटों वाली साइड में तीन से चार सवारियां बैठाई जा रही हैं.
ऐसा ही एक नजारा सोमवार को चुराग से करसोग जा रही एक एचआरटीसी बस में देखने को मिला. यहां 37 सीटर बस में करीब 60 सवारियां बिठाई हुई थी. इसके बाद चालान कटने का डर दिखाकर किसी को बस में घुसने ही नहीं दिया गया. जिस पर कुछ सवारियों ने बसों में ओवरलोडिंग पर निकाले गए तरीके पर सवाल भी उठाए, लेकिन परिवहन निगम ने लोगों की सुविधा के लिए दूसरी बस मंगवाए जाने के बजाए वैसे ही ओवरलोड बस को करसोग पहुंचा दिया.
हैरानी की बात है कि लोगों की सुरक्षा का दावा करने वाली पुलिस ने रास्ते में ओवरलोडिंग का भी कोई चालान नहीं काटा. ऐसे में करसोग में बसों की भारी कमी के कारण लोग रोजाना जान-जोखिम में डालकर बसों में सफर करने को मजबूर हैं.
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करसोग डिपो के आरएम प्रेम कश्यप का कहना है कि ज्यादा भीड़ वाले रूटों पर अतिरिक्त बस सेवा शुरू की जाएगी. इसके लिए डिमांड भेजी गई है.
करसोग के 7 रूट पर सबसे अधिक भीड़
करसोग डिपो के तहत 7 रूट ऐसे हैं, जहां लोगों की अधिक भीड़ रहती है. इसमें चुराग से करसोग रुट भी शामिल है. हालांकि, इस रूट पर शिमला से करसोग के लिए भी कई बसें चल रही हैं, लेकिन ये सभी बसें सुबह 10 बजे के बाद हैं. ऐसे में स्कूल और ऑफिस टाइम पकड़ने वाली सवारियों के लिए इन बसों का कोई फायदा नहीं है.
जनता भी लंबे समय से लगातार इन रूटों पर सुबह और शाम के समय अतिरिक्त सेवा उपलब्ध करवाने की मांग कर रही है. जिस पर परिवहन निगम ने कोई गौर नहीं किया है.
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