शिमला: कोरोना काल मे लंबे समय बाद खुले कॉलेज में छात्रों को सुविधाएं न मिलने से नाराज एनएसयूआई ने परिसर में जमकर नारेबाजी की. इस दौरान छात्रों ने अपनी मांगें पूरी करने के बारे में कॉलेज प्रशासन को 7 दिनों का भी अल्टीमेटम भी दिया.
एनएसयूआई नें दी चेतावनी
एनएसयूआई ने चेतावनी दी है कि अगर निर्धारित अवधि में मांगें पूरी नही हुई तो छात्र उग्र आंदोलन करेंगे. छात्रों की मांगों को लेकर एनएसयूआई ने शुक्रवार को पहले करसोग महाविद्यालय परिसर में नारेबाजी की. इसके बाद छात्रों में मांगों को लेकर प्राचार्य को ज्ञापन सौंपा.
ये हैं मुख्य मांगें
मुख्य मांगों में जल्द कैंटीन खोलने, शौचालयों की नियमित सफाई करने, पानी की टंकियों को साफ करना, फर्नीचर की व्यवस्था, इलेक्ट्रिक जनरेटर की व्यवस्था करना, महाविद्यालय में बाहर लोगों के घुसने पर रोक लगाना व छात्रों के आईकार्ड बनाने जैसी प्रमुख मांगें शामिल हैं.
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करसोग कॉलेज के एनएसयूआई अध्यक्ष ने विधायक को भी घेरा
करसोग कॉलेज एनएसयूआई के अध्यक्ष ऋत्विक ने स्थानीय विधायक पर भी महाविद्यालय की अनदेखी करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार शिक्षा का निजीकरण कर रही है. जिससे गरीबों को शिक्षा प्राप्त करना मुश्किल हो जाएगा. ऐसे में सरकार छात्र विरोधी है और उनके भविष्य को लेकर गंभीर नहीं है. इस दौरान छात्रों को अपनी मांगों को लेकर एकजुट होकर लड़ाई लड़ने का भी आवाहन किया गया. ताकि महाविद्यालय में छात्रों को सभी तरह की सुविधाएं उपलब्ध हों सकें.
मांगों को पूरा करने के लिए कॉलेज प्रशासन को 7 दिनों का समय
करसोग महाविद्यालय एनएसयूआई के अध्यक्ष ऋत्विक ने बताया कि कॉलेज परिसर में छात्रों को कईं तरह की समस्याओं से जूझना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि इन मांगों को पूरा करने के लिए कॉलेज प्रशासन को 7 दिनों का समय दिया गया है. अगर इस अवधि में मांगे पूरी नहीं होती हैं तो एनएसयूआई उग्र आंदोलन शुरू करेगी.
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