मंडी/करसोग: एचआरटीसी के सुरक्षित चलाएं, सुरक्षित पहुंचाए के दावों के बीच यात्रियों का सफर राम भरोसे है. बसों में सरकार की ओर से जारी हिदायतों की खुले आम धज्जियां उड़ाई जा रही है. ऐसा ही हाल करसोग डिपो के तहत चलने वाली बसों में है.
यहां बसों में रखे गए फर्स्ट ऐड बॉक्स में दवाइयां रखने की जगह बसों में पोछा लगाने वाले कपड़े रखे गए हैं. कुछ बसों में फर्स्ट ऐड बॉक्स ही नहीं है, वहीं कई बसों में सीट कवर से बनाये फर्स्ट ऐड बॉक्स में प्लास्टिक की खाली बोतल भरी गई है. इस बारे में जुटाई गई जानकारी हैरान करने वाली है बताया गया कि नई बसें खरीदते वक्त ही फर्स्ट ऐड बॉक्स में कुछ दवाइयां और पट्टी रखी होती है, इसके बाद बस कंडम न होने तक फर्स्ट ऐड बॉक्स ऐसे ही बेकार पड़े रहते हैं.
कई बसों में तो अब फर्स्ट ऐड बॉक्स तक ही नहीं बचे हैं. ऐसे में अगर लोगों को बसों में यात्रा करने के दौरान इमरजेंसी पड़ जाए या फिर कोई चोट ही लग जाये तो इस स्थिति से निपटने के लिए एचआरटीसी के पास कोई भी इंतजाम नहीं है. ऐसे में प्रदेश भर में एचआरटीसी की बसों में सफर करना खतरे से खाली नहीं है. वहीं इस तरह की लापरवाही ने परिवहन निगम के सुरक्षित यात्रा के दावों की भी पोल खोलकर रख दी है. क्षेत्रीय प्रबंधक करसोग प्रेम कश्यप का कहना है कि मामला ध्यान में आया है, इस बारे में जानकारी ली जाएगी.