करसोग:उपमंडल में किसानों और बागवानों को घर द्वार पर सुविधा देने के लिए सब्जी मंडी चुराग में खोली गई, जहां सालाना करीब 15 करोड़ का कारोबार होता है. ऐसे में आढ़तियों से 1 फीसदी कमीशन लेने से एपीएमसी की सालाना करीब 15 लाख की कमाई हो रही है, लेकिन सुविधाओं के नाम पर कुछ नहीं किया गया. टीन शेड में चल रही सब्जी मंडी में किसानों और बागवानों के लिए बैठने की सुविधा तक नहीं. जमीन पर बैठकर बोली लगानी पड़ती हैं और यहां पर शौचालय तक नहीं हैं.
किराया एक साथ सुविधा कुछ नहीं
मंडी में एपीएमसी ने 28 कारोबारियों को लाइसेंस दिया है. इतने ही टीन के शेड बनाये गए हैं, जिसके लिए आढ़तियों से हर माह 1200 रुपये किराया वसूला जाता है, किराया भी एक साल का एडवांस में लिया जाता है. टीन के शेडों की हालत सही नहीं है. बारिश के दिनों में पानी टपकता है जिसके कारण परेशानियों का सामना करना पड़ता है. शेड तक जाने वाली सड़क को न तो पक्का किया गया और न ही नालियां बनाई गई हैं. ऐसे में ज्यादा परेशानियां कारोबारियों को उठाना पड़ रही है. इसके अलावा न तो सेब की पेटियों को स्टोर करने का प्रबंध है और न ही ऑक्शन यार्ड तक सड़क को पक्का किया गया है. कांडा के बागवान हरी सिंह ने बताया कि सब्जी मंडी में सरकार सुविधा नहीं दे रही.