मंडी:बेहतर पोषण प्राप्त करना सभी का अधिकार है. इसको लेकर राज्य सरकार द्वारा विभिन्न योजनाएं भी चलाई जा रही हैं, ताकि महिलाओं और बच्चों में कुपोषण को खत्म किया जा सके. केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा कुपोषण से लड़ने के लिए मार्च 2018 में पोषण अभियान (Poshan Abhiyaan in Mandi) की शुरुआत की गई थी. हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला की बात की जाए तो शून्य से 6 वर्ष के 76 हजार से अधिक बच्चे पोषण अभियान के तहत लाभ प्राप्त कर रहे हैं. वहीं, इस योजना में 13 हजार 30 धात्री व गर्भवती महिलाएं लाभार्थी हैं.
जिले में 3004 आंगनबाड़ी केंद्र भी पोषण अभियान के तहत चलाए जा रहे हैं. सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को मोबाइल व चार प्रकार के ग्रोथ मॉनिटरिंग डिवाइस दी गई हैं. ग्रोथ मॉनिटरिंग डिवाइस से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता बच्चों के वजन व उनकी लंबाई को पोषण ट्रैकर एप्लीकेशन के माध्यम से मापते हैं. यह एप्लीकेशन बच्चों के अंदर कुपोषण की पूरी जानकारी देता है. इसी एप्लीकेशन के माध्यम से बच्चों की पूरी जानकारी आंगनबाड़ी से विभाग तक पहुंचती है.