करसोग:हिमाचल प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र मंगलवार को शुरू हुआ. यहां सत्र के पहले दिन विधानसभा सदस्यों ने पूर्व मंत्री मनसा राम निधन पर शोक उदगार व्यक्त किया. इस दौरान जिला मंडी के तहत करसोग विधानसभा क्षेत्र के विधायक दीपराज ने पूर्व मंत्री मनसा राम को श्रद्धांजलि अर्पित की और उन्हें विकास पुरुष बताया.
जनसेवा के लिए आए थे राजनीति में:विधायक दीपराज ने संबोधन में कहा कि पूर्व मंत्री स्वर्गीय मनसा राम अध्यापक की नौकरी छोड़कर जनसेवा के लिए राजनीति में आए थे. करसोग विधानसभा क्षेत्र में उनके कार्यकाल में बहुत से विकासकार्य हुए और उन्होंने अपना संपूर्ण जीवन जनसेवा के लिए अर्पित कर दिया. करसोग की जनता मनसा राम को विकास के मसीहा के रूप में याद करती है और ऐसे महान पुरुष को मैं आज श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं.
1967 में पहली बार पहुंचे थे विधानसभा में:दीपराज ने कहा कि वर्ष 1967 में करसोग विधानसभा क्षेत्र से आजाद उम्मीदवार के तौर पर चुनाव जीतकर मनसा राम पहली बार विधानसभा पहुंचे थे. उस दौरान वे विधानसभा के सबसे युवा सदस्य थे. इसके बाद 1972 में दूसरी बार कांग्रेस के टिकट पर चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे और हिमाचल निर्माता डॉ. वाईएस परमार की सरकार में 31 साल की उम्र में सबसे युवा मंत्री बने. इस तरह से मनसा राम के नाम पर कई उपलब्धियां है.
मनसा राम की कमी को पूरा नहीं किया जा सकता:विधायक दीपराज ने कहा कि पूर्व मंत्री मनसा राम बहुत बड़ी शख्सियत थे. उनकी कमी को पूरा नहीं किया जा सकता है. उन्होंने कहा मनसा राम आजाद प्रत्याशी के तौर पर राजनीति में अपना सफर शुरू किया और विभिन्न दलों से चुनाव जीतकर विधानसभा में पहुंचे. इस दौरान प्रदेश में किसी भी दल की सरकार रही हो मनसा राम मंत्री बने. इससे करसोग में उनकी लोकप्रियता का सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है.
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