मंडी: एक बार फिर से लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कॉलेज नेरचौक को कोविड अस्पताल के रूप में बदल कर दिया गया है. मंगलवार को कॉलेज प्रबंधन ने आपात बैठक बुलाकर अस्पताल को अनिश्चितकाल के लिए सामान्य रोगियों के लिए बंद करते हुए सिर्फ कोरोना मरीजों के लिए खुला रखने का निर्णय ले लिया.
हालांकि यह निर्णय सरकार के आदेशों पर ही लिया गया है. क्योंकि प्रदेश में जिस तरह से रोजाना कोरोना के मरीजों में बढ़ोतरी हो रही है उसके चलते अस्पतालों की अधिक जरूरत महसूस हो रही है. कॉलेज में करीब 179 रोगी उपचाराधीन थे, जिनमें से अधिकतर को उपचार के लिए दूसरे अस्पतालों में शिफ्ट कर दिया गया है और कुछ को छुट्टी देकर घर भेज दिया गया है.
मेडिकल कॉलेज नेरचौक को कोविड हॉस्पिटल में बदला गया
बुधवार से यहां सामान्य ओपीडी पूरी तरह से बंद रहेगी. मेडिकल कॉलेज नेरचौक में अब पहले की तरह सात जिलों मंडी, कुल्लू, लाहौल-स्पीति, चंबा, कांगड़ा, हमीरपुर व बिलासपुर के कोरोना संक्रमितों का उपचार होगा. सरकार ने गत वर्ष लॉकडाउन के बाद 23 मार्च को नेरचौक मेडिकल कॉलेज को डेडिकेटेड कोविड अस्पताल का दर्जा दिया था. इस साल 22 फरवरी 2021 को अस्पताल में दोबारा सामान्य ओपीडी शुरू हुई थी. करीब दो महीनों से यहां रोजाना 1000 के करीब मरीज विभिन्न ओपीडी में उपचार के लिए पहुंच रहे थे.