सुंदरनगर: करगिल दिवस के मौके पर आज पूरे देश में बहादुर सैनिकों की शहादत को याद किया जा रहा है. ऑपरेशन विजय के दौरान वीरभूमि हिमाचल के 52 जवान शहीद हुए थे, इनमें 12 जवान मंडी जिले के ही थे. मंडी जिले के करगिल युद्ध में शहीद नरेश कुमार को अपनी शहादत के 21 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद 'करगिल विजय दिवस' पर सम्मान मिल गया है. वीर सपूत की शहादत का सम्मान करते हुए सुंदरनगर विधायक एवं प्रदेश भाजपा महामंत्री राकेश जम्वाल के प्रयासों से एनएच-21 चंडीगढ़-मनाली पर नरेश कुमार की प्रतिमा का अनावरण किया गया है.
बता दें कि मात्र 21 वर्ष की आयु में वीरगति प्राप्त करने वाले 18 ग्रेनेडियर के नरेश कुमार की शहादत को याद करते हुए नगर परिषद सुंदरनगर ने उत्तर भारत के प्रसिद्ध मूर्तिकार विजयराज उपाध्याय से मूर्ति का निर्माण करवाया है.
करगिल युद्ध में शहीद नरेश कुमार मंडी जिला के उपमंडल सुंदरनगर की ग्राम पंचायत कलौहड़ के गांव धनेश्वरी गांव के रहने वाले थे. उनका जन्म 2 मार्च 1978 को हुआ था. अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद नरेश कुमार मात्र 18 वर्ष की छोटी आयु में 16 अक्टूबर 1996 सेना में भर्ती हो गए थे. इसके साथ ही नरेश ने सेना की 18 ग्रेनेडियर रेजिमेंट में अपनी सेवाएं शुरू की. नरेश कुमार को वर्ष 1999 में करगिल युद्ध में शामिल होने का अवसर प्रदान हुआ. जहां करगिल युद्ध के दौरान नरेश कुमार ने अदम्य साहस और वीरता दिखाते हुए शहादत प्राप्त की. नरेश कुमार अविवाहित थे, जिन्हें आज सम्मान मिल गया है.
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