मंडी: 14 अगस्त को आई आपदा में मंडी जिले के 6 लोग लापता हो गए. जिसकी तलाश में सुबह होते ही प्रशासन की मशीनरी बड़े-बड़े पत्थरों और मलबे को हटाने में जुट जाती है और देर शाम तक यह कार्य इसी तरह से चलता रहता है. वहीं, परिजन रोजाना इस मशीन के पास इसी उम्मीद के साथ आते हैं कि आज उन्हें अपने सही सलामत मिल जाएंगे, लेकिन अभी तक इन लोगों का कुछ पता नहीं चला है. इन लापता में 6 माह की दूधमुंही बच्ची भी शामिल है. बताया जा रहा है कि मसेरना गांव के दो और सांवल गांव के चार लोग लापता हैं.
बता दें कि 14 अगस्त को हुई भारी बारिश से आई आपदा में मंडी जिले में 6 लोग लापता हो गए. जिनका अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है. इन लापता लोगों में 6 महीने की दूधमुंही बच्ची भी शामिल है. लापता लोग मंडी सदर उपमंडल के तहत आने वाले मसेरना और सांबल गांव के हैं. मसेरना गांव में नानी और नातिन घर ढहने और उसके सारे मलबे पानी में बह जाने के बाद से लापता हैं. ढलवाहण गांव की 17 वर्षीय कृतिका ठाकुर मसेरना गांव में अपनी नानी मीना देवी (61 वर्ष) के पास आई हुई थी.
14 अगस्त को सुबह दोनों गहरी नींद में सोए हुए थे. तभी भारी बारिश के कारण अचानक घर ढह गया और पानी के तेज बहाव के साथ यह दोनों बह गईं. परिजन बता रहे हैं कि प्रशासन द्वारा सर्च ऑपरेशन के लिए मशीनें लगाई गई हैं. इसके अलावा परिजन अपने स्तर पर हर जगह दोनों की तलाश कर चुके हैं, लेकिन दोनों का कहीं कोई सुराग नहीं मिल पाया है. घर के साथ वाली गौशाला में बहे पशुओं के शव मिल गए हैं, लेकिन अभी तक कृतिका और मीना देवी का पता नहीं चल पाया है.