मंडी: जिला मंडी के नशा मुक्ति केंद्र झीड़ी में उपचाराधीन युवक मौत मामले में पुलिस ने 5 लोगों गिरफ्तारी की है. इन पांच लोगों में नशा मुक्ति केंद्र का संचालक व कर्मचारी और स्वयंसेवी शामिल हैं. मामले में 4 कर्मचारियों और स्वयंसेवियों पर युवक की बेरहमी से पिटाई कर हत्या का आरोप लगा है. जबकि नशा मुक्ति केंद्र के संचालक को तथ्य छिपाने व पुलिस जांच को गुमराह करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. मंडी पुलिस ने वीरवार देर रात को नशा मुक्ति केंद्र में कार्यरत 4 कर्मचारियों और स्वयंसेवियों को गिरफ्तार कर लिया था. जबकि केंद्र संचालक को शुक्रवार को दबोचा है.
क्या है पूरा मामला: पुलिस की अभी तक की हुई जांच में पता चला है कि कुल्लू जिले का रहने वाला 21 वर्षीय हैप्पी 13 अक्टूबर से ही परेशान था और हिंसक हो रहा था. 20 नवंबर की रात को जब वह हिंसक हुआ तो इसको काबू करने का प्रयास यहां तैनात कर्मचारियों व स्वयंसेवियों ने किया. युवक काबू नहीं आया तो कुछ स्टाफ के कर्मचारियों व स्वयंसेवियों ने उसकी बेरहमी से पिटाई कर दी. इसके चलते वह बेहोश हो गया. बाद में युवक को सीएचसी नगवाईं में लाया गया जहां पर डॉक्टरों ने हैप्पी को मृत करार दिया था. मंडी पुलिस ने मामले को सुलझाने के लिए जांच में 20 लोगों को शामिल किया और उनसे गहन पूछताछ की. मामले में सभी कर्मचारियों और स्वयंसेवियों के बयान दर्ज करवाए गए, लेकिन इनमें विरोधाभास पैदा हो रहा था.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कई खुलासे:वहीं, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि शव में बाहर के बजाए अंदरूनी चोटें भी थी. हेड इंजरी के अलावा शरीर के कई जगहों में चोटें पाई गई. पोस्टमार्टम रिपोर्ट से यह साफ हो गया है कि यह चोटें खुद से लगाई हुई नहीं हो सकती हैं. इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए मंडी पुलिस ने जांच आगे बढ़ाई और सख्ती से पूछताछ की. मामले में पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाली. मंडी पुलिस द्वारा गिरफ्तार आरोपियों की पहचान राजेश कुमार (उम्र 40 साल) निवासी कुल्लू, लोकेश यादव (उम्र 25 साल) निवासी बल्ह जिला मंडी, देशराज (उम्र 26 साल) निवासी मनाली जिला कुल्लू, विजय कुमार (उम्र 26 साल) निवासी बिलासपुर के तौर पर हुई है.