मंडी के बाड़ी में टूटी मुख्य सड़क मंडी: इस मानसून सीजन में हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के बाद आई आपदा ने जमकर तबाही मचाई है. खासकर मंडी जिला इस आपदा में ज्यादा प्रभावित हुआ है. भारी बारिश, बाढ़ और लैंडस्लाइड के चलते मंडी जिले में बहुत सी सड़कें क्षतिग्रस्त हैं. वहीं, जिले में कई सड़कें लैंडस्लाइड के चलते पूरी तरह से टूट गई हैं. दूर दराज के इलाकों का मंडी जिला मुख्यालय से संपर्क टूट गया है. लोगों का इन टूटे रास्तों पर चलना दुश्वार हो गया है. हर समय यहां पर हादसों का खतरा बना रहता है. लोग प्रदेश सरकार से जल्द से जल्द सड़कों की मरम्मत कर इन्हें बहाल करने की गुहार लगा रहे हैं.
मंडी में सड़क टूटने से 15 पंचायतें प्रभावित 15 पंचायतों की मुख्य सड़क टूटी:मंडी जिले में सदर विधानसभा क्षेत्र की 15 पंचायतें बीते करीब डेढ़ महीने से भी ज्यादा सड़क सुविधा से पूरी तरह से कटी हुई हैं. इन पंचायतों से रोजाना हजारों की आबादी इस क्षतिग्रस्त सड़क से पैदल चलकर मंडी शहर तक पहुंच रही है. मंडी शहर के साथ लगते बाड़ी में बीती 11 जुलाई को भारी बारिश ने ऐसा कहर मचाया कि इसके कारण यहां पर सड़क का एक बहुत बड़ा हिस्सा धंसकर सीधा नीचे बह रही ब्यास नदी में समा गया. जिससे अब साथ लगते घर भी खतरे की जद में आ गए हैं. अब हालत यह है कि सदर क्षेत्र की 15 पंचायतों के लोग सड़क सुविधा से पूरी तरह से महरूम हैं.
मंडी में सड़क सुविधा से 15 पंचायतें कटी लोगों की PWD से गुहार:वहीं, क्षतिग्रस्त सड़क के दूसरी तरफ एकमात्र प्राईवेट बस खड़ी है. जिसके सहारे लोग बाड़ी तक पहुंच रहे हैं और वहां से दूसरी बस से या पैदल चलकर ही मंडी शहर पहुंच पा रहे हैं. यहां पर पैदल चलने के लिए रास्ता नहीं बचा था, जिसके बाद पीडब्ल्यूडी ने एक अस्थायी पुल बनाकर पैदल रास्ते को बहाल किया है. स्कूली छात्रों, नौकरीपेशा के लिए जाते लोगों, रोजमर्रा के कामों के लिए सफर करने वालों और अन्य उत्पाद लाने ले-जाने वालों को सड़क न होने से रोजाना परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इन लोगों ने प्रदेश सरकार व पीडब्ल्यूडी से इस समस्या का जल्द से जल्द स्थायी समाधान करने की गुहार लगाई है.
मंडी में लैंडस्लाइड से सड़कें क्षतिग्रस्त '10 दिनों में शुरू होगी वाहनों की आवाजाही': लोक निर्माण विभाग मंडी मंडल के अधिशाषी अभियंता सुरेश कौशल ने बताया कि पीडब्ल्यूडी मंत्री के निर्देशों पर वैली ब्रिज बनाने का काम शुरू कर दिया गया था, लेकिन बीती 14 अगस्त को हुई जोरदार बारिश के कारण काम रुक गया. वैली ब्रिज के जो स्थान चिन्हित किया गया था वो भी धंस गया. इसलिए अब विभाग द्वारा नीचे नदी की ओर से क्रेट वॉल लगाई जा रही है. इसके अलावा साथ लगती जमीन को एक्वायर करने की प्रक्रिया भी शुरू की गई है. उन्होंने लोगों को आश्वासन दिया है कि 1 सप्ताह या 10 दिनों के अंदर यहां से वाहनों की आवाजाही शुरू कर दी जाएगी.
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