मंडी: 19 फरवरी यानी आज मंडीअंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव का आगाज हो जाएगा. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू महोत्सव का आगाज करेंगे. वहीं, छोटी काशी मंडी में अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव के लिए जनपद के देवी-देवताओं का आगमन जारी है. बीते रोज यानी शुक्रवार को बड़ा देव कमरूनाग सहित जनपद के 7 देवी-देवता मंडी शिवरात्रि महोत्सव में शिरकत करने के लिए पहुंच गए थे. वहीं, शनिवार शाम तक 100 से अधिक देवी-देवताओं का ढोल नगाड़ों व वाद्य यंत्रों की थाप पर छोटी काशी में आगमन हो चुका है. इन देवी-देवताओं के साथ हजारों देवलू झूमते नाचते हुए जनपद में पहुंच रहे हैं.
देवमई हुई छोटी काशी मंडी: देवी-देवताओं के आगमन से छोटी काशी मंडी देवमई हो गई है. चौहार घाटी के आराध्य देव हुरंग नारायण, बजीर देव पशाकोट, देव पेखरा गहरी, देव गहरी, देव आदि ब्रह्मा, पराशर ऋषि, देव मार्कंडेय ऋषि, मगरू महादेव, देव श्री बायला नारायण, नाग चंपलादू सहित सैंकड़ों देवी देवता जनपद में शिरकत कर चुके हैं. चौहार घाटी के देवता अपनी अलग पहचान बनाते हैं. इनके मंडप सफेद कपड़े की छोटी-छोटी कतरनों से सजे होते हैं. रथ पर चार मुखौटे लगे होते हैं. देव ब्रह्मा का रथ कुल्लवी शैली का बना हुआ है. बालीचौकी क्षेत्र के देवता छाजणु व छमाहूं के रथ भी कुल्लू घाटी के देवी-देवताओं के रथों से मेल खाते हैं. छतरी क्षेत्र के देव मगरू महादेव का रथ भी अपनी विशिष्ट शैली के लिए प्रसिद्ध है.
100 से अधिक देवता मंडी जनपद में पहुंचे:सर्व देवता समिति के प्रधान शिवपाल शर्मा ने बताया कि शिवरात्रि के दूसरे दिन 100 से अधिक देवता मंडी जनपद में पहुंच चुके हैं. राज माधव राय मंदिर में हाजिरी भरने के उपरांत सभी देवी-देवता जिला प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्था के अनुसार अपने-अपने स्थान पर विश्राम करने के लिए रवाना हो चुके हैं. उन्होंने बताया कि 19 फरवरी तक सभी देवी-देवता शिवरात्रि महोत्सव में शिरकत करने के लिए जनपद में पहुंच जाएंगे. पहले देवी देवताओं के साथ मात्र कुछ ही देवलू शिवरात्रि में पहुंचे थे, लेकिन इस बार अधिक संख्या में देवलू शिवरात्रि में पहुंच रहे हैं.