करसोग: लोअर करसोग में तेंदुए ने आतंक मचाया है. यहां गांव मझास में सोमवार को तेंदुए ने देर रात पांच भेड़ों को अपना शिकार बनाया. इसमें 2 भेड़ें मौके पर ही मृत पाई गई. वहीं तीन भेड़ों का अभी तक पता नहीं चल पाया है.
ग्रामीणों के मुताबिक मझास गांव में देर रात एक गरीब किसान परिवार कृष्णलाल पुत्र मीना राम की भेड़ों पर तेंदुए ने हमला कर दिया. जब परिवार के सभी लोग सो गए थे तो तेंदुए ने अचानक कैटल शेड में अंदर बंधी भेड़ों पर हमला कर दिया. इसकी सूचना परिवार के सदस्यों को सुबह लगी. जब घर के लोग कैटल शेड की तरफ गए तो देखा कि दरवाजा खुला पड़ा है. इस पर जब कैटल शेड के अंदर देखा तो पांच भेड़ें गायब थी. इस पर परिवार के सदस्यों ने तलाशी शुरू कर दी और घर से कुछ ही दूरी पर ही दो भेड़ें मृत पाई गई. भेड़ों के शरीर को पूरी तरह से नोचा गया था. वहीं, तीन भेड़ें लापता हैं. ग्रामीणों ने वन विभाग से तेंदुए के लिए पिंजरा लगाए जाने की मांग की है. लोगों को अंदेशा है कि कहीं इंसानों को भी तेंदुआ अपना शिकार न बना ले.
पीड़ित को देंगे उचित मुआवजा
डीएफओ वासु डोगर का कहना है कि लोअर करसोग में भेड़ों पर तेंदुए के अटैक का मामला ध्यान में आया है. इस बारे में नियमानुसार जो उचित मुआवजा बनता है, वह दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि फील्ड स्टाफ को भी सतर्क रहने के आदेश दिए गए हैं. अगर क्षेत्र में फिर से तेंदुआ देखा जाता है तो पिंजरा लगाने के भी निर्देश दिए गए हैं.
तेंदुए को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाने की मांग
ग्राम पंचायत लोअर करसोग के प्रधान हरि सरन भाटिया ने बताया कि पंचायत के तहत गांव मझास में गरीब परिवार से संंबंध रखने वाले कृष्ण लाल की भेड़ों को तेंदुए ने अपना शिकार बनाया है. उनका कहना है कि लोअर करसोग में कई बार तेंदुआ देखा गया है. पहले भी चलारू में तेंदुआ देखा गया था जिस पर वन विभाग ने गश्त लगाई थी और लोगों को भी सतर्क किया गया था. उन्होंने संबंधित विभाग से कृष्ण लाल को राहत दिए जाने की मांग की है. इसके साथ वन विभाग से भी तेंदुए को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाने का आग्रह किया है.
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