हिमाचल प्रदेश

himachal pradesh

ETV Bharat / state

मशरूम उत्पादन से लाखों की कमाई, जानें कैसे की मंडी के किसान ने ये शुरुआत

चच्योट गांव के रहने वाले 45 वर्षीय कुंदन लाल मशरूम उत्पादन कर अच्छी आमदनी कमा रहे हैं. वहीं, वे इलाके के अन्य किसानों को भी मशरूम उत्पादन के संबंध में प्रशिक्षण दे रहे हैं.

kundan lal of mandi district is earning millions from mushroom production
फोटो.

By

Published : Jul 12, 2020, 5:02 PM IST

मंडी: जिला का एक किसान अपनी मेहनत के बलबूते पर आज मशरूम उत्पादन कर एक सफल उद्यमी बनकर उभरा है. मंडी जिला के चच्योट गांव के रहने वाले 45 वर्षीय कुंदन लाल अन्य किसानों को भी मशरूम उत्पादन के संबंध में प्रशिक्षण दे रहे हैं.

बता दें कि कुंदन लाल ने कई सरकारी और निजी संस्थानों में दैनिक वेतन पर तीन से चार साल तक नौकरी की. जब उन्हें नियमित तौर पर रोजगार न मिला, तो वह अपने गांव लौट आए. साल 2007 में कुंदन लाल ने सब्जी उत्पादन विषय पर कृषि विज्ञान केंद्र सुंदरनगर में प्रशिक्षण ग्रहण किया. इस दौरान केंद्र के वैज्ञानिकों ने उन्हें सब्जी उत्पादन के साथ-साथ मशरूम उत्पादन को व्यवसायिक तौर पर अपनाने के लिए प्रेरित किया.

वीडियो रिपोर्ट.

शुरूआत में कुंदन लाल ने 50 बैग के साथ सफेद बटन मशरूम उत्पादन किया. जिससे उन्हें बेहतर आमदनी प्राप्त हुई. साल 2011 में 50 बैग से शुरू किया काम, आज 800 से 1000 बैग प्रति वर्ष पहुंच चुका है. कृषि के अलावा इस व्यवसाय से वह सालाना लगभग 25 लाख रूपये आमदनी अर्जित कर रहे हैं.

सफेद बटन मशरूम के उत्पादन के साथ-साथ कुंदन लाल ढींगरी मशरूम की खेती भी सफलतापूर्वक कर रहे हैं. ढींगरी मशरूम की अलग-अलग प्रजातियों की वह साल भर में तीन फसलें और बटन मशरूम की दो फसलें उगाते हैं.

कुंदन लाल अन्य किसानों के लिए एक प्रेरणा का स्त्रोत बनकर उभरे हैं. जिन्होंने न केवल मशरूम उत्पादन में सफलता हासिल की है, बल्कि वह अन्य किसानों को भी प्रशिक्षित देने का काम कर रहे हैं.

मार्केटिंग की अनोखी मिसाल

कुंदन ने मशरूम की मार्केटिंग के लिए जो प्रयास किए हैं वह सराहनीय हैं. उन्होंने मनाली और शिमला के होटलों में सम्पर्क बनाया हुआ है. जहां वह अपने उत्पाद बेचते हैं. इसके अतिरिक्त अपने गांव के आस-पास के गांव में भी लगभग 300 ग्राहकों को वह ताजे मशरूम बेचते हैं.

सोशल मिडिया का प्रयोग

कुंदन लाल ने मशरूम व्यापार के लिए सोशल मीडिया का बेहतर उपयोग कर रहे हैं. वह व्हाट्सएप पर जानकारी सांझा करने के अतिरिक्त कृषि के वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड करके अन्य किसानों को भी जानकारी प्रदान करने में निरन्तर प्रयासरत हैं.

ये भी पढ़ें:मनाली के कन्याल नाले में फटा बादल, IPH विभाग को हुआ भारी नुकसान

ABOUT THE AUTHOR

...view details