करसोग:हिमाचल प्रदेश के जिला मंडी के तहत करसोग में गरीबों के लिए शुरू की गई सरकार की आवास योजनाओं पर सवाल उठने लगे हैं. यहां उपमंडल के अंतर्गत सुईं कुफरीधार पंचायत के गांव नगेनी की रहने वाली विधवा बिमला देवी के मकान की छत दो सप्ताह पहले भारी बारिश ते टूट गई है. ऐसे में मकान पूरी तरह से जर्जर हो गया है. सवाल ये है कि बिमला देवी बीपीएल परिवार से संबंधित हैं. वह पिछले कई सालों से विभिन्न योजनाओं में आवास के तहत आवेदन कर चुकी हैं, लेकिन हैरानी की बात है कि प्रशासन ने अभी तक बिमला देवी की पीड़ा को महसूस नहीं किया है. ऐसे में प्रशासन की सुस्ती से थक हार कर स्थानीय पंचायत प्रधान ने चंदा एकत्रित कर बिमला देवी के लिए मकान बनाए जाने की अनूठी पहल की है. इसके लिए पंचायत प्रधान कामेश्वर शर्मा 11 हजार की राशि देंगे.
बिमला देवी के पास 17 विश्वा जमीन: बिमला देवी के पति की मौत 3 साल पूर्व हो गई है. ऐसे में परिवार की जिम्मेदारी गरीब महिला के कमजोर कंधों पर आ गई है. बिमला देवी मेहनत मजदूरी कर परिवार का गुजर बसर कर रही है. उसके पास पास जीवन यापन करने के लिए महज 17 विश्वा जमीन है. पिछले दिनों भारी बारिश से मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुका है. जिस पर प्रधान कामेश्वर शर्मा ने मकान को खाली करवाकर साथ लगते किसी अन्य व्यक्ति के घर में बिमला देवी के रहने की व्यवस्था की है. बिमला देवी का कहना है कि मकान के लिए कई बार सरकार से गुहार लगाई जा चुकी है, लेकिन गरीबों की कहीं पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है.