करसोगः हिमाचल निर्माता डॉ. वाईएस परमार के मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व कर चुके करसोग विधानसभा क्षेत्र को पिछले 21 सालों से कोई मंत्री पद नहीं मिला है. वहीं, इस बार लोकसभा चुनाव में यहां से भाजपा को भारी लीड मिली है, ऐसे में करसोग की जनता के मन के एक कोने में इस बार मंत्री पद मिलने की उम्मीद घर कर गई है.
अगर बात करें पहले की तो डॉ. परमार की सरकार में सहयोगी रहे मनसा राम वर्ष 1998 में प्रेम कुमार धूमल के नेतृत्व में बनी सरकार में करसोग विधानसभा क्षेत्र से केवल एकमात्र और आखिरी बार मंत्री बने थे, इसके बाद प्रदेश में अब तक चार बार विधानसभा चुनाव हो चुके, लेकिन मंत्री पद के नाम पर हर बार करसोग की झोली खाली ही रही.
इस दौरान वर्ष 2003, 2012 और 2017 में तो करसोग की जनता ने जिस पार्टी से विधायक को जिताया था, प्रदेश में सरकार भी उसी पार्टी की रही है. ये बात इसलिए भी है कि प्रदेश की भाजपा सरकार में दो मंत्री के पद भरे जाने हैं और करसोग से वर्तमान में हीरालाल भाजपा के विधायक हैं.
हीरा लाल दूसरी बार चुनकर विधसनसभा पहुँचे हैं और हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में भी भाजपा उम्मीदवार राम स्वरूप शर्मा को भारी लीड दिलाने में भी करसोग का प्रदर्शन सराहनीय रहा है. यहां से भाजपा को 26,680 वोटों की लीड मिली है.
1998 से अब तक का सफर
करसोग को वर्ष 1998 में धूमल मंत्रिमंडल में आखिरी बार प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला था. उस दौरान विधानसभा में ऐसे हालात पैदा हो गए थे कि कोई भी दल अपने दम पर सरकार बनाने की स्थिति में नहीं था. लोगों ने दोनों ही प्रमुख दलों को बहुमत के आंकड़े से दूर रखा था. कांग्रेस को 31 और भाजपा को भी 31 सीटें मिली थी.