मंडी: मंडी जिले में आईआईटी मंडी आई हब एंड एचसीआई फाउंडेशन ने अनुबंध पर तैनात एक महिला कर्मचारी को पहले डिमोट किया, बाद में प्रमोट किया और अब उसे नौकरी से ही निकाल दिया. इस घटनाक्रम को लेकर इन दिनों आईआईटी मंडी में चर्चाओं का बाजार खासा गर्म है. वहीं, इसे लेकर महिला ने भी आईआईटी मंडी के खिलाफ बीओडी के पास शिकायत दी है.
मार्च 2022 में किया डिमोट: मिली जानकारी के अनुसार यह महिला कर्मचारी अगस्त 2022 से आईआईटी मंडी आई हब एंड एचसीआई फाउंडेशन के साथ अनुबंध पर तैनात थी. सबसे पहले महिला को यह कह कर की उसकी परफॉर्मेंस ठीक नहीं है, मार्च 2023 को उसे डिमोट कर दिया गया. महिला कर्मचारी ने अपनी डिमोशन का मुद्दा बीओडी के पास उठाया. बीओडी ने पाया कि डिमोशन गलत ढंग से हुई है. जिसके बाद बीओडी ने भी फौरन आईआईटी मंडी को महिला कर्मचारी को उसकी पुरानी पोस्ट पर प्रमोट करने के आदेश जारी किए.
जून 2023 में किया प्रमोट: जून 2023 को महिला कर्मचारी को फिर से प्रमोट करने के आदेश जारी हो गए. अगस्त में कॉन्ट्रैक्ट रिन्यू होना था. बाकी कर्मचारियों के कॉन्ट्रैक्ट रिन्यू कर दिए गए, लेकिन उक्त महिला कर्मचारी का कॉन्ट्रैक्ट रिन्यू न करते हुए, इस बार उसे सीधा बाहर का रास्ता दिखा दिया गया. वहीं, अब इस महिला कर्मचारी ने बीओडी को ईमेल भेजकर उसे नौकरी से निकालने का कारण पूछा है.
परफॉर्मेंस ठीक न होने का दिया हवाला: वहीं, जब इस बारे में आईआईटी मंडी आई हब एंड एचसीआई फाउंडेशन की जनरल मैनेजर वोल्गा वर्मा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि उक्त महिला कर्मचारी की उसके काम में परफॉर्मेंस ठीक नहीं थी. इसके अलावा जिस पोस्ट पर महिला को तैनात किया गया था, वो पोस्ट भी अब खत्म कर दी गई है. इस आधार पर कॉन्ट्रैक्ट को रिन्यू नहीं किया गया है.
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