सरकाघाट: हिमाचल किसान सभा सरकाघाट कमेटी ने प्रदेश सरकार से किसानों को मक्की का उचित मूल्य प्रदान करवाने की मांग की है. उनका कहना है कि कोरोना और घटिया बीज की मार झेल रहा किसान और नुकसान झेलने की स्थिति में नहीं है. मौजूदा समय में स्थानीय किसानों की आर्थिक स्थिति दयनीय है.
खंड सचिव मुनीष शर्मा ने कहा कि एक तरफ तो किसान कृषि विभाग द्वारा बेचे गए धान के बीजों की फसल को बिना सिल्लों के काटने के लिए मजबूर हैं. वहीं, मक्की के दाम गिरने पर चिंतित हैं. केंद्र सरकार ने वर्ष 2020-21 के लिए मक्की का न्यूनतम समर्थन मूल्य 1850 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया है, लेकिन स्थानीय किसान 7 रुपए से लेकर 10 रुपए प्रति किलो के हिसाब से मक्की बेचने के लिए मजबूर हो रहे हैं.