करसोग/मंडी:करसोग उपमंडल के नलों में दुर्गंध वाला पानी आने का मामला सामने आया है. जिससे क्षेत्र के लोगों में हड़कंप मच गया है. लोगों ने तुरंत इसकी सूचना आईपीएच विभाग को दी, जिसके बाद पानी में जहरीली दवा मिलाए जाने के अंदेशे को देखते हुए विभाग ने तुरंत प्रभाव से लाइन को बंद कर दिया है. पानी के सोर्स के पास कोल्ड ड्रिंक की बोतल में मिले दुर्गंध वाले लिक्विड के सैंपल भी जांच के लिए चंडीगढ़ स्थित लैब में भेज दिए हैं.
वहीं, आईपीएच विभाग ने इसकी शिकायत पुलिस को दे दी है. जिस पर करसोग थाना से पुलिस की टीम मौके पर पहुंची. छानबीन के दौरान पानी के सोर्स के पास 300 एमएल की एक बोतल मिली, जिसमें दुर्गंध वाला लिक्विड पाया गया है. पुलिस ने अभी इस पर मामला दर्ज नहीं किया है और रिपोर्ट आने का इंतजार कर रही है.
बता दें कि आईपीएच के चुराग सब डिवीजन के तहत धवाटू जांचला स्कीम से दी जाने वाली पानी की सप्लाई में लोगों ने तेज दुर्गध आने पर संबंधित लाइन के वाटर गार्ड से शिकायत की थी. जिसकी सूचना मिलने के बाद वाटर गार्ड ने संबंधित शिकायत सेक्शन के जेई से की और इसके बाद मामला एसडीओ के ध्यान में आया. एसडीओ ने मौके जाकर बोतल में दुर्गंध वाला लिक्विड मिलने के बाद लाइन को बंद कर दिया गया.
बता दें कि इस लाइन से 28 परिवारों को पानी की सप्लाई दी जाती है. स्कीम बंद करने के बाद लोगों को वैकल्पिक तौर पर अन्य लाइन से पानी की सप्लाई दी जा रही है.
पिछली साल मगरू गांव मे भी आया था ऐसा ही मामला
आईपीएच के चुराग सब डिवीजन के तहत पिछले साल गांव मगरू में भी आईपीएच के टैंक में जहर मिलाए जाने का मामला सामने आया था. उस वक्त भी लोगों की सूझ-बूझ से बड़ा हादसा होने से टल गया था. पानी में दुर्गंध आते ही लोगों ने इसकी सूचना संबंधित प्रधान से की थी. जिसके बाद टैंक से गांवों को दी जाने वाली सप्लाई को बंद करना पड़ा था. यहां शरारती तत्व की ओर से पानी के टैंक में सेब में प्रयोग की जाने वाली कीटनाशक दवा मिलाए जाने का मामला सामने आया था.