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भाजपा शासन में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली के चलते लोग गंवा रहे जान: पूर्व मंत्री रंगीला राम राव

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पूर्व आबकारी एवं कराधान मंत्री रंगीला राम राव ने सरकाघाट में कहा कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में प्रदेश भर में स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल हो चुकी हैं. ठेकेदारों और धन्नासेठों की तिजोरियां भरने का ही काम हो रहा है. वर्तमान स्थिति की गंभीरता को देखते हुए यह जरूरी है कि पीएचसी में स्टाफ मौजूद हों, ताकि नजदीक कोई भी होने वाली दुर्घटना के वक्त गंभीर मरीज को तुरंत यहां प्राथमिक उपचार करके बड़े अस्पताल पहुंचाया जा सके.

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Published : May 23, 2021, 5:02 PM IST

सरकाघाट/मंडी:कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पूर्व आबकारी एवं कराधान मंत्री रंगीला राम राव ने सरकाघाट में प्रदेश सरकार पर जमकर निशाना साधा है. रंगीला राम ने कहा कि सरकार की गलत नीतियों के कारण प्रदेश भर में स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल हो चुकी हैं. ठेकेदारों और धन्नासेठों की तिजोरियां भरने का ही काम हो रहा है अस्पतालों पर बड़े-बड़े बोर्ड लगाकर नाम बदला जा जा रहा है, लेकिन न तो उनमें पैरामेडिकल स्टाफ हैं और ना ही डॉक्टरों और नर्सों के रिक्त पद भरे जा रहे हैं.

मेडिकल कॉलेजों के नाम पर डॉक्टरों को हटाया जा रहा है

वरिष्ठ नेता रंगीला राम ने सरकाघाट के थौना में हुई जीप दुर्घटना में जान गंवाने वाली 4 महिलाओं की मौत पर दुख जताते कहा कि अगर पीएचसी में डॉक्टर तैनात होता और भदरोता क्षेत्र के लिए एक भी एंबुलेंस का प्रावधान किया होता तो यह जानें नहीं जाती. अपने कार्यकाल में सरकाघाट विधानसभा क्षेत्र के नागरिक अस्पताल के अलावा 8 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और बलद्वाड़ा में सीएचसी का न सिर्फ निर्माण करवाया था बल्कि इन सभी अस्पतालों में पूरा स्टाफ भी मुहैया करवाया था, जैसे ही भाजपा सरकार सत्ता में आई तो उन्होंने मेडिकल कॉलेजों के नाम पर डॉक्टरों को यहां से हटा दिया. यहां तक कि पीएचसी में जो नर्सों की नियुक्तियां की गई थीं उन्हें भी वहां से हटा दिया है. अब यह स्वास्थ्य संस्थान शोपीस बन कर रह गए हैं.

वर्तमान स्थिति की गंभीरता को देखते हुए पीएचसी में स्टाफ हो मौजूद

पूर्व मंत्री ने कहा कि पीएचसी स्वास्थ्य सेवाओं की रीढ़ होती है, कोई भी हादसा हो तो इस महामारी के दौर में रोगियों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया जाना सबसे बड़ी प्राथमिकता होती है और वर्तमान स्थिति की गंभीरता को देखते हुए यह जरूरी है कि पीएचसी में स्टाफ मौजूद हों, ताकि नजदीक में होने वाली दुर्घटना के वक्त गंभीर मरीज को तुरंत यहां प्राथमिक उपचार करके बड़े अस्पताल पहुंचाया जा सके.

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