सराज: जिला के सराज के साथ साथ कुल्लू और करसोग क्षेत्रों में बूढ़ी दिवाली धूमधाम से मनाई गई. दूसरी ओर सराज के दूर दराज पंचायत चिऊणी के बुराहड़ा गांव में बूढ़ी दिवाली कहर बनकर टूटी. बीती रात तीन बजे के करीब बुराहड़ा गांव में एकाएक भयानक आग लग जाने के कारण चंद मिनटों में तीन घर और तीन गौशाला जलकर राख हो गए. आगजनी की इस घटना में 50 लाख का नुकसान (Fire in Burahada village)(Fire in Seraj) हुआ है.
बुराहड़ा गांव में आग: चिऊणी पंचायत के प्रधान इन्द्र सिंह से मिली जानकारी के अनुसार घटना देर रात की है. जब घर के कुछ सदस्य बूढ़ी दिवाली मनाने पहाड़ी से दूसरी ओर गए थे तो बाकी सदस्य घर पर सोए हुए थे. उन्होंने कहा कि दूसरे गांव घ्यार के टिक्कम राम शौच जाने के लिए अपने घर से बाहर निकले थे तो उन्होंने आग की लपटों को देखा. टिक्कम राम ने बुराहड़ा गांव के एक सदस्य निक्के राम को आग लगने की सूचना दी. (Fire in Chiuni Panchayat of Seraj)
तीन घर सहित देवता का रथ जलकर राख: आग लगने की सूचना एकाएक पूरे इलाके में फैल गई. जिसके बाद लोगों ने शोरगुल सुना तो मौके पर पहुंचे और कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया. वहीं घर में रखे अनाज, बर्तन, कपड़ा, नगदी समेत सबकुछ जलकर खाक हो गया है. लोगों ने आपसी सहयोग से गौशाला से पशुधन को सुरक्षित बाहर निकाला. वहीं, आगजनी की इस घटना में कुल देवता कुंयरी व्यास ऋषि का रथ भी जलकर राख हो गया है. (fire incident in mandi).