मंडीः सीएम क्षेत्र जिला मंडी के सराज विधान सभा क्षेत्र के तहत थुनाग में रविवार को जिलास्तरीय रोजगार मेले का आयोजन किया गया. इस मेले में श्रम एवं रोजगार मंत्री बिक्रम सिंह ने बतौर मुख्यतिथि शिरकत की. उद्योग, श्रम एवं रोजगार व तकनीकी शिक्षा मंत्री बिक्रम सिंह ने कहा कि हिमाचल सरकार युवाओं के कौशल विकास पर जोर दे रही है.
युवाओं को रोजगार के नए अवसर देने के लिए बाजार की मांग के हिसाब से प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें. थुनाग में आयोजित रोजगार में मेले में जिलाभर के 1215 युवक-युवतियों ने रोजगार हेतु साक्षात्कार के लिए पंजीकरण करवाया गया.
जिनमें से कंपनियों ने आवश्यकता के देखते हुए 483 युवाओं का चयन किया, इनमें 387 यवुक और 96 युवतियां शामिल हैं. मेले में निजी क्षेत्र की लगभग 38 कंपनियों ने युवाओं के साक्षात्कार भी लिए गए. बिक्रम सिंह ने बताया कि कौशल विकास भत्ता योजना के तहत बीते करीब दो साल में प्रदेश के 1.33 लाख युवाओं के हुनर को निखारने पर करीब 80 करोड़ रुपए खर्चे गए हैं.
कौशल विकास भत्ता योजना के तहत पिछले वित्त वर्ष में प्रदेश के 80566 पात्र अभ्यर्थियों को 56.78 करोड़ रुपए भत्ते के तौर पर प्रदान किए गए. वहीं, इस वर्ष में अब तक 53107 अभ्यर्थियों को 22.94 करोड़ के भत्ते प्रदान किए जा चुके हैं.
बिक्रम सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार का लक्ष्य है कि रोजगार मेलों के माध्यम से युवाओं को उनकी दक्षता व योग्यता के अनुरूप रोजगार के बेहतर अवसर मुहैया करवाए जाएं. हिमाचली युवाओं को सार्थक रोजगार मिल सके इसके लिए उनकी दक्षता के स्तर को बढ़ाने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है.
उद्योग मंत्री ने इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश भवन एवं अन्य सन्निर्माण कामगार कल्याण बोर्ड के 200 पात्र कामगारों को इंडक्शन हीटर और सोलर लैंप भी वितरित किए. लाभार्थियों में सराज के गांव बंसारी, लोंद, चेत, दुधा, घिआर, मजद्वार, दादौन्न, गाड़ा, चमरास, कल्छाम्ब, चेत सोह्जा, डूघा चेत बुराहरा व चोली के लोग शामिल रहे.
उद्योग व श्रम एवं रोजगार मंत्री ने उपमण्डल थुनाग में रोजगार कार्यालय खोलने की घोषणा की. उन्होंने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला थुनाग के बच्चों द्वारा आकर्षक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुति के लिए अपनी ऐच्छिक निधि से 11 हजार रुपए देने की घोषणा भी की.