मंडीः ट्रेड यूनियनों ने देशभर में केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. बीएसएल परियोजना में भी इंटक, एटक, सीटू, एआईआईईए, बीईएफआई, बीएसएनएलईयू व एचएमएस की केन्द्रीय कर्मचारी एवं श्रमिक समन्वय समिति ने मिलकर केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया गया.
इस मौके पर बीबीएमबी कर्मचारी यूनियन सीटू के महासचिव चरणजीत सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि भाजपा की नरेंद्र मोदी सरकार देश में सार्वजनिक क्षेत्रों व सरकारी विभागों का निजीकरण कर उन्हें कौड़ियों के भाव बेचने पर अमादा है.
चरणजीत सिंह ने कहा कि सरकारी विभागों में ठेकेदारी व आउटसोर्स प्रथा बंद करने और सार्वजनिक क्षेत्रों में कई वर्षों से रिक्त पड़े पदों को न भरने के विरोध में बुधवार को ट्रेड यूनियनों ने देशव्यापी एक दिवसीय हड़ताल की है. इस हड़ताल का बीबीएमबी कर्मचारी यूनियन, सीटू, सुंदरनगर व भाखड़ा व्यास कर्मचारी यूनियन ने पूर्ण समर्थन दिया है.
उन्होंने कहा कि केंद्र की कर्मचारी व मजदूर विरोधी, निजीकरण की नितियों का बीबीएमबी पर बहुत तेजी से असर पड़ा है. कई वर्षों से खाली पड़े पदों को भरा नहीं जा रहा और कर्मचारियों को ठेकेदारी प्रथा के जरिए आउटसोर्स पर चोर दरवाजे से रखा जा रहा है. इसके विरोध में ही बीबीएमबी की बीएसएल परिसर में विरोध जताया जा रहा है.
इस मौके पर भाखडा व्यास कर्मचारी यूनियन के सचिव रुपलाल धीमान, एटक के प्रधान मगनी राम, रोशन लाल, पूर्ण चंद चौहान व संजय कुमार ने अपने विचार व्यक्त कर केंद्र सरकार की कर्मचारी विरोधी नितियों का विरोध जताया और आने वाले समय में इस आंदोलन को और तेज करने की बात कही.