सुंदरनगर: विश्वभर में फैली कोरोना महामारी के संकट के बीच सोमवार को ईद उल फितर की नमाज अदा की गई. मंडी जिला के सुंदरनगर में भी ईद उल फितर की नमाज जहां समुदाय के लोगों ने घरों से अदा की वहीं, जामा मस्जिद के इमाम ने घर-घर जाकर ईद के शुकराना दुआ मांगी.
कोरोना वायरस के चलते सरकार की गाइडलाइन के अनुसार मस्जिदें रमजान महीने में बंद रही. हिमाचल प्रदेश मुस्लिम वेलफेयर कमेटी के जिला मंडी के प्रभारी सुलेमान अंसारी ने कोरोना महामारी में बंद के बावजूद घरों में रहकर भी इस तरह ईद मनाने पर हार्दिक शुभकामनाएं दी है.
सुलेमान अंसारी ने कहा कि समुदाय के लोगों ने ईदुल फितर के दौरान लॉकडाउन की गाइडलाउन का पालन कर जिस तरह सरकार और प्रशासन का सहयोग किया है यह बहुत सराहनीय रहा है. उन्होंने कहा कि मुस्लिम लोगों ने रोजे रखने के साथ-साथ नमाज तरावीह सहित सभी अरकान अपने अपने घरों से ही पूरे किए हैं.
सोशल डिस्टेंसिंग की अनुपालना करते हुए परिवार के पांच पांच सदस्यों ने नमाज अदा की और मौलाना सनावर की सरपरस्ती में दुआ मांगी है. उन्होंने कहा कि कर्फ्यू के चलते समुदाय के लोगों ने घरों में रहते हुए ईद उल फितर की नमाज अदा है.
बता दें कि देशभर में 25 मई को कोरोना वायरस की मार के बीच लॉकडाउन में शांति के साथ ईद-उल-फित्र का त्योहार मनाया गया. खास बात है कि ईद की नमाज भी घरों में अदा की गई. आमतौर पर ईद की नमाज सुबह 9 बजे के आसपास ईदगाह या मस्जिदों में अदा की जाती है. इस बार लॉकडाउन की वजह से ही अलविदा जुम्मे की नमाज भी घरों में अदा की गई थी.