शिमला: नेता विपक्ष जयराम ठाकुर ने कांग्रेस सरकार पर मंडी जिले में सरदार पटेल यूनिवर्सिटी को कमजोर कर इसे बंद करने के आरोप लगाए हैं. इस पर हिमाचल प्रदेश के शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने पलटवार किया है. शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा है कि जयराम ठाकुर को बच्चों के भविष्य से कोई लेना देना नहीं है. उन्होंने केवल राजनीतिक लाभ के लिए बिना किसी सुविधा और स्टाफ के सरदार पटेल यूनिवर्सिटी खोली थी. शिक्षा मंत्री ने जयराम ठाकुर पर आरोप लगाया कि वे हजारों विद्यार्थियों के भविष्य को अंधकार में झोंकने पर आमादा है.
शिक्षा मंत्री का जयराम ठाकुर पर आरोप: शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने नेता प्रतिपक्ष जय राम ठाकुर पर पलटवार करते हुए कहा कि सरदार पटेल यूनिवर्सिटी (एसपीयू) का मुद्दा उठाकर जयराम ठाकुर केवल राजनीतिक रोटियां सेंक रहे हैं. केवल मात्र अपने अहम की तुष्टि के लिए जयराम ठाकुर हजारों युवाओं के भविष्य को अंधकार में झोंकने पर आमादा है. उन्होंने कहा कि सत्ता में रहते हुए जयराम ठाकुर ने सरदार पटेल यूनिवर्सिटी को केवल कॉलेज के एक भवन में शुरू किया. यहां पर गुणात्मक शिक्षा तो दूर, छात्रों के लिए कक्षा लगाने की सही व्यवस्था नहीं थी और न ही उनकी परीक्षाएं करवाने में विश्वविद्यालय सक्षम हो पाया. जयराम ठाकुर ने सिर्फ और सिर्फ राजनीतिक फायदे के लिए सरदार पटेल यूनिवर्सिटी खोली और स्टूडेंट्स के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया.
'कॉलेजों ने की पटेल यूनिवर्सिटी से हटाने की मांग': शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा कि सरदार पटेल यूनिवर्सिटी में पर्याप्त टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ भी नहीं है. ऐसे में वहां पढ़ रहे छात्रों को उचित सुविधाएं कैसे मिल सकती हैं. ऐसे में कुछ कॉलेजों ने स्वयं लिख कर दिया था कि उन्हें सरदार पटेल यूनिवर्सिटी से हटाकर हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी में शामिल किया जाए, ताकि उनके यहां पढ़ने वाले विद्यार्थियों को बेहतर सुविधाएं मिल सकें. हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में 500 से ज्यादा टीचिंग स्टाफ है और नॉन टीचिंग स्टाफ भी पर्याप्त संख्या में हैं.