करसोग/ मंडी: उपमंडल करसोग के सिविल अस्पताल में इलाज के लिए आने वाले लोगों के लिए अच्छी खबर नहीं है, क्योंकि सरकार ने डॉक्टर अनिल कुमार का तबादला कर दिया है. हैरानी की बात है कि डॉक्टर ने 10 महीने पहले ही सिविल अस्पताल में ज्वाइन किया था और मेडिकल ऑफिसर के पद पर अपनी सेवाएं दे रहे थे.
वर्तमान में 150 बिस्तरों वाले करसोग सिविल अस्पताल में डॉक्टरों के 15 स्वीकृत पद हैं, लेकिन एक और तबादले के बाद अब अस्पताल में खाली पदों की संख्या छह हो गई है. अस्पताल में वर्तमान में नौ डॉक्टर ही अपनी सेवाएं दे रहे हैं. ऐसे में कोरोना काल के मुश्किल दौर में दूरदराज के क्षेत्रों से इलाज के लिए आने वाले लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. हालांकि अस्पताल प्रशासन ने दावा किया है कि कोविड-19 की वजह से इन दिनों इमरजेंसी और ओपीडी में मरीजों की अधिक भीड़ नहीं रहती है, इसलिए सभी मरीजों को 3 बजे तक फ्री कर दिया जाता है.
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के विधानसभा क्षेत्र से भी आते हैं मरीज
करसोग सिविल अस्पताल में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के विधानसभा क्षेत्र शंकरदेहरा, छतरी, बरयोगी, काकडाधार और मानगढ़ से भी मरीज इलाज के लिए आते हैं. मुख्यमंत्री का सराज विधानसभा क्षेत्र करसोग विधानसभा क्षेत्र के साथ लगता है. ऐसे में करसोग के लोगों को उम्मीद है कि करसोग की जनता को इलाज के लिए इधर-उधर नहीं भटकना पड़ेगा और गरीब जनता को घर पर ही इलाज की सुविधा मिलेगी, लेकिन डॉक्टर के तबादले ने लोगों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है.