सुंदरनगर:आज जहां पूरा विश्व कोरोना महामारी से जूझ रहा है जिसको लेकर केंद्र और राज्य सरकारों के अलावा सामाजिक संगठन इस महामारी पर नियंत्रण पाने के दिन-रात मेहनत कर रहा है. लेकिन कई डॉक्टर ऐसे भी है जो अपनी ड्यूटी को बोझ समझ कर मुफ्त की तनख्वाह खा सरकार को लाखों रुपये का चुना लगा रहे हैं. ऐसा ही एक मामला मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के गृह जिला मंडी में देखने को मिला है.
सुंदरनगर उपमंडल की रोहांडा पंचायत के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रोहांडा में तैनात दंत चिकित्सक पिछले ढाई-तीन वर्षों से अपनी ड्यूटी को रोहांडा में न देकर डेपुटेशन के सहारे नागरिक चिकित्सालय सुंदरनगर में तैनात हैं, जबकि यहां रोहांडा में दंत चिकित्सक के लिए अलग कमरे के साथ दंत मरीजों की कुर्सी भी स्थापित कर दी गई है लेकिन दंत चिकित्सक को यहां ड्यूटी देना रास नहीं आ रही है.
सुंदरनगर अस्पताल में सिर्फ 2 दंत चिकित्सक
सुंदरनगर अस्पताल में सिर्फ 2 दंत चिकित्सक अपनी सेवाएं दे सकते हैं, जबकि वहां पर 4 डॉक्टर अपनी सेवाएं दे रहे हैं जिससे साफ झलकता है कि ये डॉक्टर अपनी ड्यूटी को लेकर कितने गभीर हैं और किस तरह से लोगों की सेहत से खिलवाड़ हो रहा है. इस वजह से लोगों को 60 किलोमीटर का सफर तय कर इलाज करवाने के लिए सुंदरनगर अस्पताल पहुंचना पड़ रहा है जिससे लोगों की जेब पर बोझ बढ़ रहा है.