मंडी: अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव के छठे दिन सदियों की परंपरा मंडी रियासत के कुल देवता देव पराशर ऋषि के जाग का आयोजन किया गया. इस दौरान देवता के गुर ने भविष्यवाणी करते हुए कहा कि मानव जाति का देव परंपरा पर अटल न रहने से देवताओं का साथ छूट सकता है और देव परंपरा को तोड़ने पर आने वाला समय कठिनाई भरा होगा.
पहले की तरह देव परंपरा का निर्वहन करने पर देवता हर कदम पर भविष्य की आपदाओं से मनुष्य की रक्षा करेंगे. डेढ़ घंटे के इस देव कारज में रियासतों की दौर की परंपराओं को सादगी से निभाया गया.
पारंपरिक वाद्य यंत्रों और मधुर शहनाई की गुंज पर देवी-देवताओं के गुर राजा बेहड़े के प्रांगण में दाखिल हुए. इसके बाद राजाओं के कुलदेवता देव पराशर ऋषि के गुर ने विधिवत पूजा से जाग का शुभारंभ किया. इसके बाद चार राज देवताओं के गूर बारी-बारी से धंग्यारा लेकर जाग में खेलते हैं.