करसोग: मंडी जिले के करसोग में एम और एक्स फॉर्म की जटिलताओं से परेशान ठेकेदार कई अन्य मांगों को लेकर सरकार से आरपार की लड़ाई लड़ने के मूड में हैं. हड़ताल पर बैठे ठेकेदारों ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कार्यकारिणी का गठन (contractors held meeting in karsog) किया है, जो कई अन्य मांगों को लेकर भी सरकार से अपनी लड़ाई लड़ेंगी. यहां बरल में स्थित लोक निर्माण विभाग के रेस्ट हाउस में मंगलवार को ठेकेदारों ने कार्यकारणी का गठन (Contractors formed executive committee in Karsog ) किया, जिसमें नरेंद्र भारद्वाज को सर्वसम्मति से करसोग ठेकेदार यूनियन का अध्यक्ष बनाया गया.
इसके अलावा चमन खाची, तरुण ठाकुर और जितेंद्र कुमार को उपाध्यक्ष, ओमप्रकाश व तोमल कुमार महासचिव, घनश्याम शर्मा को कोषाध्यक्ष, ठाकुर सैन को मुख्य प्रवक्ता सहित चेतन शर्मा व खेमराज को मीडिया प्रभारी का जिम्मा सौंपा गया है. इस मौके पर नवगठित कार्यकारिणी ने एम और एक्स फॉर्म (M form controversy in Himachal) को लेकर पेश आ रही परेशानियों के बारे में सरकार तक अपनी आवाज पहुंचाने के लिए एसडीएम के माध्यम से एक ज्ञापन भी सौंपा. ज्ञापन के माध्यम से ठेकेदार यूनियन ने जीएसटी इनपुट को लेकर भी समस्या का समाधान किए जाने की मांग रखी है.
यूनियन के पदाधिकारियों का कहना है कि ठेकेदारों को जुलाई 2017 से पहले जो काम आवार्ड हुए थे, लेकिन ये कार्य बाद में शुरू हुए. इस पर भी ठेकेदारों से जीएसटी (increasing gst in himachal) काटा गया, जोकि नहीं कटना चाहिए था. इस तरह सरकार की गलत नितियों का खामियाजा ठेकेदारों को भुगतना पड़ रहा है. ऐसे में सरकार जीएसटी इनपुट को भी जल्द रिलीज करे. इसके साथ यूनियन ने चेतावनी दी है कि समस्या का लिखित में समाधान नहीं होने तक हड़ताल जारी रहेगी. हालांकि इस दौरान प्रोजेक्टों में कार्य कर रहे मजदूरों को दिहाड़ी मिलती रहेगी.