धर्मपुर/मंडी:जोगिन्द्र नगर उपमंडल की ग्राम पंचायत द्रुब्बल के कुनकर गांव में कोरोना संक्रमण का मामला सामने आने के बाद प्रशासन की ओर से स्थानीय लोगों को सुविधा प्रदान करने के हरसंभव कदम उठाए गए हैं. कन्टेनमेंट जोन में शामिल द्रुब्बल पंचायत में लोगों की मांग पर घर-द्वार पर राशन और सब्जी का वितरण किया जा रहा है.
वहीं, लोगों की जरूरत के अनुसार दवाईयां भी घर-द्वार पहुंचाई जा रही है. इसके अलावा लोगों के मेडिकल चेकअप के लिए भी डॉक्टरों की अगुआई में टीम गठित की गई है, जो प्रतिदिन उनकी रिपोर्ट लेती है. द्रुब्बल आयुर्वेदिक डिस्पेंसरी में डॉ. विनीता की अगुआई में थर्मल स्कैनर भी स्थापित किया गया है.
इस बारे में जानकारी देते हुए एसडीएम जोगिन्दर नगर अमित मैहरा ने बताया कि द्रुब्बल पंचायत में अब तक प्रशासन की ओर से लोगों की मांग पर 412 परिवारों को राशन, 390 को सब्जियां और 43 को घर-द्वार पर दवाईयां मुहैया करवाई जा चुकी हैं. इसके अतिरिक्त सरकारी राशन की दुकानों (डिपुओं) के माध्यम से भी 370 परिवारों को उनके घर-द्वार पर राशन उपलब्ध करवाया गया है. साथ ही कोरोना संक्रमण से प्रभावित कुनकर गांव को 5 बार सेनिटाइज करवाया गया है. इसके अलावा द्रुब्बल, नागण और हयूण गांवों को भी सेनिटाइज किया गया है.
एसडीएम ने बताया कि स्थानीय लोगों की सुविधा के लिए डॉ. पीयुष व डॉ. अनिल ठाकुर की अगुआई में मेडिकल टीम काम कर रही है, जो न केवल लोगों का घर-द्वार पर मेडिकल चेकअप सुनिश्चित कर रही है बल्कि हेल्थ सुपरवाइजर को प्रतिदिन अपनी रिपोर्ट भी दे रहे हैं. मेडिकल टीम की सहायता के लिए स्थानीय पंचायत के वार्ड के आधार पर कुल 20 स्वयंसेवकों की टीम भी काम कर रही है. इसके अलावा राशन, सब्जी और दवाईयों का घर-द्वार पर वितरण सुनिश्चित बनाने के लिए स्थानीय पंचायत की कुल 28 स्वयंसेवकों की टीम काम कर रही है. इसके अलावा स्थानीय पंचायत प्रधान की अध्यक्षता में एक निगरानी समिति भी काम कर रही है, जिसमें स्थानीय पंचायत के पंचायत सदस्य भी शामिल हैं.
7 सेक्टर में बांटी गई द्रुब्बल पंचायत
कोरोना संक्रमण से प्रभावित द्रुब्बल पंचायत को 7 सेक्टर में विभाजित किया गया है, जिसमें पहला सेक्टर कुनकर व नागण, दूसरा हयूण व मतकेहड, तीसरा त्रैम्बली, चकरोण व रोपा, चौथा द्रुब्बल-एक व दो रोपडू, पांचवा भझेरा व चडौंज, छठा बनौण व सातवां बल्ह व गदियाड़ा शामिल है. एसडीएम ने बताया कि कन्टेनमेंट जोन में सुरक्षा की दृष्टि से तैनात सुरक्षा कर्मियों को निगरानी समिति भोजन भी उपलब्ध करवा रही है. प्रभावित पंचायत से अब तक प्रशासन को लोगों की ओर से कोई भी शिकायत प्राप्त नहीं हुई है.