मंडी: हिमाचल प्रदेश में आपदा के लिए केंद्र सरकार की ओर से राहत राशि मामले में अब पक्ष और विपक्ष आमने सामने है. एक ओर विपक्ष का कहना है कि केंद्र की ओर से प्रदेश को आपदा के समय भरपूर मदद की जा रही है, तो दूसरी ओर सता पक्ष इससे साफ इंकार कर रहा है. सत्ता पक्ष का कहना है कि केंद्र सरकार ने जो दिया है, वो हर साल मिलने वाली आपदा राशि का हिस्सा है और एक किस्त पहले से ही पेडिंग राशि की दी गई है. इसके अलावा केंद्र सरकार ने हिमाचल आपदा के लिए कोई राहत राशि जारी नहीं की है.
'केंद्र कर रहा हिमाचल की पूरी मदद': पूर्व सीएम एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि केंद्र सरकार लगातार हिमाचल प्रदेश की मदद कर रही है. वीरवार को भी केंद्र सरकार ने 2700 करोड़ की राशि जारी की है जो टूटी सड़कों को ठीक करने के काम आएगी. जयराम ठाकुर ने कहा कि आपदा के समय में कांग्रेस सरकार खुद राजनीति कर रही है. केंद्र सरकार ने पहले ही 364, 190 और 400 करोड़ की राशि जारी की है और अब 2700 करोड़ की राशि प्रदेश को दी है. उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि इससे ज्यादा कांग्रेस सरकार अब केंद्र से और क्या चाह रहे हैं. प्रदेश में जो भी रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहे हैं, वो केंद्र सरकार की तरफ से ही चलाए जा रहे हैं. केंद्र सरकार की तरफ से भेजे गए हेलीकॉप्टर, एनडीआरएफ की टीमें और सेना के जवान लोगों की जिंदगियां बचाने में जुटे हुए हैं.
जयराम की कांग्रेस सरकार को नसीहत: नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कांग्रेस को नसीहत देते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार केंद्र से आई राहत को पहले जनता तक पहुंचाएं और उसके बाद उसका श्रेय लेने की कोशिश करें. उन्होंने कहा कि वह जहां पर भी जा रहे हैं, वहां पर लोगों का यही कहना है कि उन्हें राहत के नाम पर कुछ भी नहीं मिला. जयराम ने कहा कि कांग्रेस सरकार को शर्म आनी चाहिए कि केंद्र से इतनी मदद मिलने के बाद भी यही कह रहे हैं कि कुछ नहीं मिला है. प्रदेश सरकार सबसे पहले केंद्र से आई मदद को लोगों तक पहुंचाए, उसके बाद राजनीति करे.