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कोरोना महामारी से लड़ाई में पंचायती राज संस्थाएं फिर से सक्रिय भूमिका निभाएं: CM जयराम

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने जिला मंडी से प्रदेश में तीन स्तरीय पंचायती राज संस्थाओं के तीन हजार से अधिक प्रतिनिधियों से वर्चुअली बातचीत की. सीएम जयराम ने कहा कि गत वर्ष पंचायती राज संस्थाओं के सभी निर्वाचित प्रतिनिधियों ने कोरोना महामारी की पहली लहर के दौरान इस वायरस से निपटने में अहम भूमिका निभाई थी. इस फिर से उन्हें सक्रिय भूमिका निभानी पड़ेगी.

CM jairam thakur
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Published : Apr 12, 2021, 7:46 PM IST

मंडी: मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने जिला मंडी से प्रदेश में तीन स्तरीय पंचायती राज संस्थाओं के तीन हजार से अधिक प्रतिनिधियों से वर्चुअली बातचीत की. सीएम जयराम ने कहा कि सभी निर्वाचित प्रतिनिधियों को आमजन और स्वास्थ्य विभाग के बीच एक सेतु के रूप में कार्य करें. सभी निर्वाचित प्रतिनिधियों को अपने-अपने क्षेत्रों में कोरोना महामारी से लड़ने में राज्य सरकार की मदद करने में एक सक्रिय भूमिका निभानी चाहिए.

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि देश, दुनिया और राज्य कोरोना महामारी के कठिन दौर से गुजर रहे हैं. इसलिए इस वायरस से लड़ने में सरकार का सहयोग करना हम सब का कर्तव्य है. उन्होंने कहा कि गत वर्ष पंचायती राज संस्थाओं के सभी निर्वाचित प्रतिनिधियों ने कोरोना महामारी की पहली लहर के दौरान इस वायरस से निपटने में अहम भूमिका निभाई थी.

वीडियो.

फिर से सक्रिय भूमिका निभाएं पंचायत प्रतिनिधि

सीएम जयराम ने न केवल फेस मास्क और हेंड सैनिटाइजर बल्कि जरूरतमंदों को राशन और खाने के पैकेट भी वितरित किए. इस महामारी की दूसरी लहर अधिक जानलेवा और खतरनाक है. इसलिए पंचायती राज संस्थाओं के सभी नव-निर्वाचित प्रतिनिधियों को इस वायरस से निपटने के लिए सक्रियता से कार्य करना चाहिए.

मन्दिर खुले, लंगरों, भण्डारे और र्कीतन पर रोक

सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों को लोगों को टीकाकरण करवाने के लिए प्रेरित करना चाहिए. प्रदेश सरकार ने मन्दिरों को खुला रखने की अनुमति दी है, लेकिन लंगरों, भण्डारों और र्कीतनों जैसे आयोजनों पर रोक लगाई है. पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों को सुनिश्चित करना चाहिए कि लोग प्रदेश सरकार द्वारा मन्दिरों और विवाह जैसे आयोजनों के संबंध में जारी की गई मानक संचालन प्रक्रियाओं का पालन करें.

बाहर से आने वाले लोगों पर रखें निगरानी

पंचायती राज संस्थाओं के सदस्यों को बीमारी से पीड़ित वृद्धजनों को सार्वजनिक स्थलों पर न जाने के लिए प्रेरित करने को कहा क्योंकि यह महामारी उनके लिए अधिक जानलेवा है. ऐसे लोगों को जितना हो सके घर से बाहर कम से कम निकलना चाहिए. मुख्यमंत्री जयराम ने कहा कि पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों को बाहरी राज्यों से आ रहे लोगों विशेषकर उन राज्यों जहां इस महामारी का प्रकोप अधिक है, पर निरन्तर निगरानी रखनी चाहिए.

पॉजिटिव आने पर स्वंय हों होम क्वारंटीन

जहां तक संभव हो सके बाहर से आए लोग 10 से 14 दिनों तक होम क्वारंटीन में रहें और स्वयं की कोविड-19 की जांच करवाने और संबंधित क्षेत्र की आम जनता के साथ मिलने-जुलने से परहेज करने को कहा जाए. प्रतिनिधियों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि यदि किसी भी मरीज की स्थिति बिगड़ती है, तो उसे समय पर उचित स्वास्थ्य संस्थानों में स्थानान्तरित किया जाए.

कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग में करें मदद

यदि कोई व्यक्ति कोविड पाॅजिटिव पाया जाता है तो उसके प्राथमिक और द्वितीय सम्पर्कों को चिन्हित कर क्वारंटीन में रहने और स्वास्थ्य विभाग के मापदण्डों के अनुसार इस महामारी के प्रति जांच करवाई जाए.

निर्वाचित प्रतिनिधि रहें सजग: पंचायती राज मंत्री

ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कोरोना वायरस के प्रसार से निपटने में पंचायती राज संस्थाओं के निर्वाचित प्रतिनिधियों की प्रभावी भागीदारी सुनिश्चित करने में गहरी रूचि के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया. घरों में आइसोलेशन में रहने वाले लोगों की पंचायती राज संस्थाएं कड़ी निगरानी सुनिश्चित करेंगी.

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