सुंदरनगर: नगर परिषद सुंदरनगर द्वारा जनता के लिए करोड़ों रुपये खर्च कर सुकेत व्यवसायिक परिसर का निर्माण किया गया. इसका निर्माण लोगों को एक छत के नीचे तमाम सुविधाएं मुहैया करवाने के लिए किया गया, लेकिन इस परिसर को स्थापित किये जाने के बावजूद भी अभी तक दुकानदारों से किराए के नाम पर वसूली करने में नगर परिषद फिसड्डी साबित हुई है.
इस परिसर में 74 के तकरीबन दुकानें हैं और दो बड़े हॉल हैं. इसके अलावा बेसमेंट का एरिया भी कारोबारियों के लिए वाहन पार्किंग के लिए बनाया गया है. इस एरिया को वर्तमान में आवंटित कर दिया गया है, जिसे नगर परिषद ने खाली करवाने के लिए नोटिस जारी कर दिए हैं, लेकिन कोई भी असर होता नजर नहीं आया है.
वहीं, इसकी मार विशेष तौर पर परिसर में कारोबार कर रहे व्यापारियों पर पड़ रही है. यहां पर कोई भी खरीददार आने पर गाड़ी पार्क कहां करेंगे. साथ ही कारोबारी भी अपने वाहनों को कहां पार्क करके कारोबार करें.
इसके अलावा कारोबारी भी नियमित रूप से दुकानों का किराया नहीं दे रहे हैं. इसके लिए नगर परिषद ने भी अपना रुख कड़ा कर लिया है और कानूनी कार्रवाई को अमलीजामा पहनाया जा रहा है. 40 के तकरीबन कारोबारियों को लीगल नोटिस जारी करने की प्रक्रिया तेज कर दी गई है. नियमित रूप से किराया न देने पर कारोबारी को बाहर का रास्ता दिखा दिया जाएगा और उनकी जगह पर दूसरे लोगों को दुकान आवंटित कर दी जाएंगी.
उधर, नगर के अध्यक्ष पूनम शर्मा, उप-प्रधान दीपक सेन, कार्यकारी अधिकारी अशोक शर्मा का कहना है कि सुकेत व्यवसायिक परिसर में कारोबार करने के लिए दुकानें आवंटित की गई है, लेकिन नियमित रूप से किराया न मिलने पर कानूनी कार्रावाई अमल में लाई जा रही है. जल्द ही डिफॉल्टर लोगों को नोटिस जारी कर दिए जाएंगे और दुकानें खाली करके दूसरे लोगों को आवंटित कर दी जाएगी.
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