धर्मपुर/मंडी: ऑनलाइन गेम्स अभिभावकों के लिए चिंता का विषय बनती जा रही है. बच्चें लगातार कई घंटों तक इन पर अपना समय बरबाद करते हैं, ऑनलाइन गेम्स की चक्कर में भारत में कई लोगों की जानें जा चुकी हैं, तो कई ने अपने घर ही में चोरियां भी की हैं. ऐसी कई घटनाएं आपको मिल जाएंगी, जो आपको सोचने पर मजबूर कर देगी कि क्या पबजी और फ्री फायर जैसी गेम्स वाकई इतना खतरनाक है.
हिमाचल में ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें बच्चों ने ऑनलाइन गेम्स पर अपने माता-पिता की सालों की जमा पूंजी बर्बाद कर दी. जिला सोलन में बीते दिनों एक बच्चे ने पबजी में अपने माता-पिता के 1.40 लाख रुपये लुटा दिए थे. जिसके बाद अब मंडी जिला के धर्मपुर में भी एक ऐसा ही मामला सामने आया है. धर्मपुर के चौकी गांव में एक बच्चे ने ऑनलाइन गेम फ्री-फायर में माता-पिता के 1.12 लाख रुपये लुटा दिए.
जानकारी के मुताबिक बच्चे ने गेम खेलने के दौरान गैजेट्स और दूसरी सुविधाएं अनलॉक करने के लिए पिता ओमकार के अकाउंट से 1.12 लाख की रकम खर्च कर दी.
पिता चंडीगढ़ में करते हैं जॉब
बच्चे के चाचा अनिल कुमार सकलानी ने बताया कि उनका भतीजा चंडीगढ़ में आठवीं में पढ़ता है. वह अकसर ऑनलाइन गेम खेलता रहता है, मौजूदा समय में वह अपने गांव आया हुआ था. 30 जुलाई को वह फोन पर गेम खेल रहा था और इस बीच उसने गेम खेलते हुए पैसे खर्च कर डाले.
घर बनाने के लिए लिया था लोन
बच्चे के पिता ओमकार सकलानी ने बताया कि वह चंड़ीगढ़ में एक होटल में नौकरी करते हैं. उन्होंने घर बनाने के लिए यह पैसा लोन के रूप में बैंक से लिया था. उन्होंने बताया कि वह इस मामले में पुलिस को शिकायत करेंगे. बच्चे के पिता ने अन्य अभिभावकों से आग्रह करते हुए कहा कि वह अपने बच्चों को ऑनलाइन गेम्स ना खेलने दें.
मामले को लेकर मंडी के एसपी गुरदेव शर्मा ने कहा कि अभी तक उन्हे इस संबंध में कोई शिकायत नहीं मिली है. वहीं, शिकायत मिलने पर पुलिस नियमानुसार कार्रवाई करेगी. उन्होंने कहा कि अभिभावक अपने बच्चों पर नजर रखें कि वह फोन पर कौन सी गेम खेलते हैं. साथ ही ऑनलाइन लेन-देन पर माता-पिता बच्चों की गतिविधियों को लेकर सतर्क रहें.
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