मंडी: 8 जुलाई को चंडीगढ़ से मनाली के लिए रवाना बस गुरुवार को ब्यास नदी में मिली है. वहीं, बीती 9 जुलाई को सात मील के पास ब्यास नदी के किनारे मिले अज्ञात शव की शिनाख्त हो गई है. यह शव चंडीगढ़ से मनाली पहुंची पेप्सू रोड ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन की इसी बस के चालक का है. वहीं, बस का कंडक्टर अभी भी लापता है. इस शव की शिनाख्त सबसे पहले पीआरटीसी के अधिकारियों ने की. जिसके बाद इसकी सूचना परिजनों को दी गई. पोस्टमार्टम करवाकर के उपरांत शव परिजनों को सौंप दिया है.
मिली जानकारी के अनुसार पंजाब रोडवेज की बस पीबी 65 बीबी 4893 अपने तय रूट के अनुसार 8 जुलाई की दोपहर को चंडीगढ़ से मनाली के लिए रवाना हुई थी. जिसके उपरांत 8 को 9 जुलाई की मध्य रात्रि को यह बस मनाली पहुंची. यहां पहुंचने के बाद चालक ने बस को मनाली में पार्किंग में लगा दिया. इस समय पूरे प्रदेश सहित मनाली में भी भारी बारिश हो रही थी. भारी बारिश के कारण ब्यास नदी में आई बाढ़ के पीआरटीसी की यह बस भी बह गई.
इस बस को मनाली से चंडीगढ़ पहुंचाने वाला चालक भी ब्यास की लहरों में बह गया. 9 जुलाई की सुबह यह शव पंडोह डैम से होते हुए सात मील के पास ब्यास नदी के तेज बहाव से खेतों में जा पहुंचा. स्थानीय लोगों ने खेतों में जैसे ही शव को देखा तो उन्होंने इसकी सूचना पंडोह चौकी को दी. पुलिस ने आगामी कार्रवाई करते हुए इस शव को शिनाख्त के लिए जोनल अस्पताल के शव गृह में पहुंचाया. 4 दिन के बाद गुरुवार को पीआरटीसी और पंजाब रोडवेज के कर्मचारी, परिजनों सहित मंडी पहुंचे और शव की पहचान की.
गुरुवार को पीआरटीसी और पंजाब रोडवेज के कर्मचारी, परिजनों सहित मंडी पहुंचे और शव की पहचान की. फोटो आभार (PRTC & Punjab Roadways). ये भी पढ़ें-सावधान! हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश को लेकर अलर्ट, नदी नालों से दूर रहें लोग
मृतक चालक की 43 वर्षीय सतगुर सिंह जिला संगरूर पंजाब रहने वाला था, जबकि बस का परिचालक जगतसीर सिंह अभी भी लापता है. सदर थाना प्रभारी सकीनी कपूर ने मामले की पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम के उपरांत शव परिजनों के हवाले कर दिया है. पीआरटीसी और पंजाब रोडवेज के द्वारा सोशल मीडिया पेज पर चालक और परिचालक के मनाली में लापता होने की जानकारी भी साझा की गई थी.
बता दें कि विभाग इस मामले में कोई भी जानकारी देने से अभी बच रहा है. विभाग को अभी तक सही से इसमें कितनी सवारी थी, इसका भी अंदाजा नहीं है. अधिकारियों ने ड्राइवर एवं कंडक्टर के घरवालों से भी संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उनके पास भी दोनों की कोई सूचना नहीं है. रविवार से ही बस के ड्राइवर और कंडक्टर के फोन नंबर स्विच ऑफ आ रहे थे. वहीं, अब बस नदी में मिल गई है.
गौरतलब है कि बीते दिनों हिमाचल प्रदेश में हुई भारी बारिश के कारण हर कुल्लू मनाली से लेकर मंडी तक तबाही का मंजर छाया हुआ है. इस महा जल प्रलय से जहां पूरी तरह से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है. वहीं, कई लोग मौत का ग्रास बन चुके हैं. ब्यास नदी में आई भयंकर बाढ़ में दर्जनों घर व पुल टूट कर गिर गए हैं. इसके साथ ही सैकड़ों छोटे-बड़े वाहन ब्यास नदी में समा चुके हैं. 2 दिन से भी ज्यादा हुई इस तबाही की जो तस्वीरें सामने आ रही हैं वह रूह कंपानी वाली हैं. हजारों पर्यटकों व वाहनों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से निकाला जा रहा है. वहीं, अभी भी हजारों पर्यटक और वाहन फंसे हुए हैं जिन्हें बाहर निकालना चुनौती बना हुआ है.
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