केएमसी कंपनी के सेफ्टी इंजीनियर कमल गौतम मंडी: लगभग 22 घंटों के बाद चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे 6 मील के पास यातायात के लिए बहाल हो गया है. बीती शाम करीब पांच बजे 6 मील के पास भारी लैंडस्लाइड के कारण हाईवे बंद हो गया था. पिछले कल भारी बारिश के कारण मलबा हटाने का कार्य नहीं किया जा सका था. जिसके चलते आज सुबह 5 बजे से केएमसी कंपनी के ठेकेदार 4 एग्जावेटर, 1 ब्रेकर और दो जेसीबी मशीनों के साथ मलबा हटाने के कार्य में जुट गए.
दिन भर की कड़ी मशक्कत के बाद करीब 3 बजे हाईवे को यातायात के लिए बहाल किया जा सका. जाम में 22 घंटों से फंसे लोगों ने हाईवे खुलते ही राहत की सांस ली. बता दें कि छोटे वाहनों को वैकल्पिक मार्गों से भेजा जा रहा था, जबकि बड़े वाहनों को यहीं पर ही रोककर रखा गया था.
'लटक रही चट्टानों को हटाया, खतरा हुआ थोड़ा कम': केएमसी कंपनी के सेफ्टी इंजीनियर कमल गौतम ने बताया कि मौके पर कुछ बड़ी-बड़ी चट्टानें मलबे के उपर लटकी हुई थी. यदि इन्हें नहीं हटाया जाता तो फिर इनके दोबारा गिरने का खतरा बना रहना था. इसलिए इन्हें हटाने के कारण थोड़ा अधिक समय लग गया. पहले हाईवे को 12 बजे तक बहाल करने का लक्ष्य था लेकिन सारा काम करते-करते लगभग तीन बज गए. अब यहां पर खतरा भी थोड़ा कम हुआ है. इस कार्य में प्रशासन, पुलिस, एनएचएआई और केएमसी कंपनी सहित सभी ने अपना योगदान दिया.
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