करसोग: कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के बीच करसोग सिविल अस्पताल में ओपीडी में आई गिरावट पर प्रशासन सतर्क हो गया है. इसके बारे में सोमवार को एसडीएम की अध्यक्षता में ब्लॉक टास्क फोर्स की एक बैठक हुई. जिसमें सिविल अस्पताल में ओपीडी की संख्या में आई कमी और कोरोना वैक्सिनेशन को गति देने के बारे में चर्चा हुई.
प्रदेश में कोविड पॉजिटिव के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, वहीं 45 साल के ऊपर आयु के बहुत से लोग अभी वेक्सिनेशन से बचे हैं. ऐसे में प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए कई दिशा निर्देश जारी किए है. चिंता की बात ये है कि कोविड के बढ़ते केसों के मुकाबले सिविल अस्पताल में ओपीडी में लगातर गिरावट आ रही है.
पिछले साल औसतन जो ओपीडी प्रति माह 5 हजार थी, ये अब घट कर 2500 प्रति माह रह गई है. यानी सिविल अस्पताल में प्रति माह दर्ज की जाने वाली ओपीडी की संख्या में 50 फीसदी की कमी आई है. सवाल है कि आखिर ओपीडी घटने की क्या वजह है? प्रशासन के ध्यान में ये भी आया है कि लोग फ्लू होने पर अस्पताल न जाकर केमिस्ट से ही सीधे दवाइयां खरीद रहे हैं.
ऐसे में प्रशासन ने केमिस्टों को निर्देश जारी किए हैं कि फ्लू के लक्षण वाला कोई भी व्यक्ति दवाई लेने आता है उसे पहले अस्पताल भेजा जाए. उसके बाद ही डॉक्टरों की सलाह पर दवाईयां दी जाए. यही नहीं प्रशासन ने लोगों से भी अपील की है कि फ्लू के लक्षण होने पर पहले अस्पताल जाकर डॉक्टर से जांच करवाएं. उसके बाद ही केमिस्ट से दवा खरीदें.
वैक्सिनेशन की गति बढ़ाई जाए