मंडी:प्रवीण शर्मा को सदर से चुनावी मैदान में उतारने की भारतीय जनता पार्टी की नहीं बल्कि कांग्रेस पार्टी की बड़ी साजिश लगती है, ताकि प्रवीण शर्मा भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी के वोट तोड़ें. यह आरोप मंडी सदर भाजपा प्रत्याशी अनिल शर्मा (BJP candidate from Mandi Sadar seat) ने ईटीवी भारत के साथ विशेष बातचीत के दौरान कांग्रेस पर लगाए हैं. अनिल शर्मा ने कहा कि भाजपा से इस्तीफा देकर बतौर आजाद उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतरे प्रवीण शर्मा जीत तो नहीं सकते हैं, लेकिन भाजपा के वोट जरूर दे सकते हैं. उन्होंने कहा कि प्रवीण शर्मा को चुनावी मैदान में उतारने की कांग्रेस पार्टी की बहुत बड़ी साजिश है.
उपचुनाव में प्रतिभा सिंह ने वीरभद्र के नाम पर मांगे थे वोट:वहीं, अनिल शर्मा ने कहा कि वे इस बार पिता पंडित सुखराम के बिना पहली बार चुनावी लड़ाई लड रहे हैं. उन्होंने कहा कि उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी प्रतिभा सिंह ने पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह को श्रद्धांजलि के नाम पर वोट मांगे थे. इस बार वह भी सदर की जनता से पूर्व मंत्री पंडित सुखराम के नाम पर वोट मांग रहे हैं. पंडित अनिल शर्मा ने कहा कि उनके पिता पंडित सुखराम प्रदेश ही नहीं देश के बड़े नेता रहे हैं. वहीं वे सदर में हुए विकास कार्यों के नाम पर भी जनता से जनमत की अपील कर रहे हैं.
कौल सिंह गद्दारी नहीं करते तो, पंडित सुखराम होते सीएम: वहीं, सदर प्रत्याशी अनिल शर्मा ने कहा कि वरिष्ठ कांग्रेसी नेता कौल सिंह ठाकुर (Anil Sharma on Kaul singh thakur) ठीक कहते हैं कि अनिल शर्मा कांग्रेस में वापसी कर रहे थे. इसके लिए उन्हें कांग्रेस की ओर से कई प्रलोभन भी दिए गए. लेकिन जो गलती 1993 में कौल सिंह ठाकुर ने की थी वह उसे दोहराना नहीं चाहते हैं. अनिल शर्मा ने कहा कि 1993 में कौल सिंह ठाकुर सहित दो अन्य विधायक गद्दारी नहीं करते तो मंडी को उसी समय में सीएम मिल जाता. आज सीएम जयराम ठाकुर मंडी जिलs से संबंध रखते हैं और वे जयराम ठाकुर के साथ गद्दारी नहीं कर सकते.