हिमाचल प्रदेश

himachal pradesh

ETV Bharat / state

प्रवीण शर्मा को चुनावी मैदान में उतारना कांग्रेस की बड़ी साजिश: अनिल शर्मा

प्रवीण शर्मा को सदर से चुनावी मैदान में उतारना कांग्रेस पार्टी की बड़ी साजिश है. यह आरोप मंडी सदर भाजपा प्रत्याशी अनिल शर्मा (BJP candidate from Mandi Sadar seat) ने ईटीवी भारत के साथ विशेष बातचीत के दौरान कांग्रेस पर लगाए हैं. अनिल शर्मा ने कहा कि कांग्रेस ने वोट तोड़ने के लिए ये सब किया है, जिसका कोई फायदा नहीं होने वाला है.

Anil Sharma Exclusive Interview ETV Bharat
Anil Sharma Exclusive Interview ETV Bharat

By

Published : Nov 6, 2022, 9:56 PM IST

मंडी:प्रवीण शर्मा को सदर से चुनावी मैदान में उतारने की भारतीय जनता पार्टी की नहीं बल्कि कांग्रेस पार्टी की बड़ी साजिश लगती है, ताकि प्रवीण शर्मा भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी के वोट तोड़ें. यह आरोप मंडी सदर भाजपा प्रत्याशी अनिल शर्मा (BJP candidate from Mandi Sadar seat) ने ईटीवी भारत के साथ विशेष बातचीत के दौरान कांग्रेस पर लगाए हैं. अनिल शर्मा ने कहा कि भाजपा से इस्तीफा देकर बतौर आजाद उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतरे प्रवीण शर्मा जीत तो नहीं सकते हैं, लेकिन भाजपा के वोट जरूर दे सकते हैं. उन्होंने कहा कि प्रवीण शर्मा को चुनावी मैदान में उतारने की कांग्रेस पार्टी की बहुत बड़ी साजिश है.

उपचुनाव में प्रतिभा सिंह ने वीरभद्र के नाम पर मांगे थे वोट:वहीं, अनिल शर्मा ने कहा कि वे इस बार पिता पंडित सुखराम के बिना पहली बार चुनावी लड़ाई लड रहे हैं. उन्होंने कहा कि उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी प्रतिभा सिंह ने पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह को श्रद्धांजलि के नाम पर वोट मांगे थे. इस बार वह भी सदर की जनता से पूर्व मंत्री पंडित सुखराम के नाम पर वोट मांग रहे हैं. पंडित अनिल शर्मा ने कहा कि उनके पिता पंडित सुखराम प्रदेश ही नहीं देश के बड़े नेता रहे हैं. वहीं वे सदर में हुए विकास कार्यों के नाम पर भी जनता से जनमत की अपील कर रहे हैं.

मंडी सदर भाजपा प्रत्याशी अनिल शर्मा.

कौल सिंह गद्दारी नहीं करते तो, पंडित सुखराम होते सीएम: वहीं, सदर प्रत्याशी अनिल शर्मा ने कहा कि वरिष्ठ कांग्रेसी नेता कौल सिंह ठाकुर (Anil Sharma on Kaul singh thakur) ठीक कहते हैं कि अनिल शर्मा कांग्रेस में वापसी कर रहे थे. इसके लिए उन्हें कांग्रेस की ओर से कई प्रलोभन भी दिए गए. लेकिन जो गलती 1993 में कौल सिंह ठाकुर ने की थी वह उसे दोहराना नहीं चाहते हैं. अनिल शर्मा ने कहा कि 1993 में कौल सिंह ठाकुर सहित दो अन्य विधायक गद्दारी नहीं करते तो मंडी को उसी समय में सीएम मिल जाता. आज सीएम जयराम ठाकुर मंडी जिलs से संबंध रखते हैं और वे जयराम ठाकुर के साथ गद्दारी नहीं कर सकते.

पुरानी पेंशन बहाली का करते हैं समर्थनःपुरानी पेंशन बहाली पर अनिल शर्मा ने कहा कि वे भी इसका समर्थन करते हैं. कर्मचारियों को पुरानी पेंशन देना प्रदेश सरकार के लिए बड़ी चुनौती है. यदि प्रदेश सरकार कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बहाल करती है तो वित्तीय बोझ को झेल नहीं पाएगी. अनिल शर्मा ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि आने वाले समय में केंद्र की सरकार पुरानी पेंशन बहाली के लिए आगे आएगी.

मां-बेटे, पुत्र-पुत्री व पिता तक ही सीमित रह गई है कांग्रेस: अनिल शर्मा ने कांग्रेस को घेरते हुए कहा कि देश की इतनी बड़ी पार्टी आज मां-बेटे, पुत्र-पुत्री व पिता तक ही सीमित रह गई है. कांग्रेसी आज भाजपा पर परिवारवाद के आरोप लगा रही है, लेकिन उन्हें अपना परिवारवाद नजर नहीं आ रहा है. इस मौके पर अनिल शर्मा ने अपनी प्राथमिकताएं भी गिनवाईं. वहीं, अनिल शर्मा ने माना कि प्रदेश सरकार से मतभेद के चलते सदर में विकास कार्य तीव्र गति से नहीं हो पाए. इस मौके पर अनिल शर्मा ने मंडी जिले कि 10 की 10 विधानसभा सीटों के जीतने का भी दावा किया.

ये भी पढ़ें: अमित शाह बोले:वोट बैंक के लिए नेहरू ने अनुच्छेद 370 को बच्चे की तरह गोदी में सहलाया

ABOUT THE AUTHOR

...view details