करसोगः वैश्विक महामारी की रोकथाम के लिए लगाए गए लॉकडाउन के कारण मंदी की मार झेल रहे सैलून मालिकों के लिए सरकार ने अब बड़ी राहत दी है. करसोग में जारी लॉकडाउन 4 में करीब 58 दिन बाद गुरुवार को सैलून खुल गए हैं. जिससे उपमंडल में सैलून चलाने वाले सैकड़ों कारोबारियों ने चैन की सांस ली है.
हालांकि लॉकडाउन के कारण अभी प्रदेश भर में परिवहन सेवा बंद है और लोगों में भी अभी कोरोना का खौफ है. जिस कारण पहले दिन बहुत कम लोग ही बाल कटवाने के लिए सैलून में आए, लेकिन सैलून चलाने वालों को उम्मीद है कि धीरे-धीरे उनके कारोबार में तेजी आएगी.
कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए भी सैलून में व्यापक प्रबंध किए गए हैं. बाल कटवाने के लिए आ रहे ग्राहकों को सेनिटाइजर लगाने के बाद ही दुकान के अंदर प्रवेश करने की अनुमति दी जा रही है.
इसके अतिरिक्त सैलून के अंदर भी सफाई व्यवस्था का पूरा ध्यान रखा जा रहा है. सुबह सैलून खोलने के बाद दुकान में रखे गए हर सामान को सेनिटाइज किया गया. साथ ही ग्राहक के जाते ही बार-बार दुकान को सेनिटाइज किया जा रहा है.
प्रशासन ने जारी किए हैं जरुरी दिशा निर्देश:
करसोग को कोरोना मुक्त रखने के लिए प्रशासन ने सभी सैलून मालिकों को सावधानी बरतने के जरुरी दिशा निर्देश जारी किए हैं. दुकान खोलने के समय सभी बार्बर को शारीरिक दूरी बनाए रखने के सख्त आदेश दिए गए हैं. दुकान और बाल काटने के लिए उपयोग में लाए जाने वाले औजारों को सेनिटाइज करने को कहा गया है. इसके अतिरिक्त बाल काटने के लिए दुकान के अंदर भीड़ जमा नहीं लगानी होगी.
ग्राहकों को अपनी बारी का बार ही शारीरिक दूरी बनाकर अपनी बारी का इंतजार करना होगा. इसके अलावा बाल काटने वाले ग्राहकों को घर ही कपड़ा लाने को कहा गया है, जिससे लोग कोरोना संक्रमण की चपेट में न आ सके.
बार्बर यूनियन के उप प्रधान तवारु राम ने दुकान खोलने की अनुमति देने के लिए सरकार का आभार जताया है. उन्होंने कहा कि दुकाने खोलते वक्त प्रशासन के जरूरी दिशा निर्देशों की पालना की जा रही है. साफ सफाई का विशेष ध्यान रखा जा रहा है. ग्राहकों को सेनिटाइजर लगाने के बाद अंदर आने दिया जा रहा है. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के कारण अभी बहुत कम ग्राहक आ रहे हैं.
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