मंडी: कोरोना संकट में बल्ह घाटी में टमाटर की फसल खराब होने और आढ़तियों के न आने से किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इसके साथ ही टमाटर में ब्लाहट व झुलसा रोग लगने से फसल खराब होना भी शुरू हो गई है.
इन सभी समस्याओं को लेकर बल्ह बचाओ किसान संघर्ष समिति ने टमाटर फसल को हुए नुकसान का आंकलन कर राहत पैकेज देने की मांग की है. इसके अलावा समिति ने टमाटर का समर्थन मूल्य घोषित करने की मांग उठाई है. इस संबंध में समिति के बैनर तले किसानों का प्रतिनिधिमंडल एसडीएम बल्ह से मिला और मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा.
समिति के अध्यक्ष जोगिंद्र वालिया ने बताया कि बल्ह घाटी में करीब 600 हेक्टेयर भूमि में किसान टमाटर पैदा करता है. इस वर्ष टमाटर तैयार हो चुका है, लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते यहां व्यापारी नहीं आ रहे हैं. इसके अलावा ब्लाईट, झुलसा और अन्य कुछ बीमारियों के कारण टमाटर फसल को नुकसान पहुंच रहा है.
जोगिंद्र वालिया ने मांग की है कि बैंक के कृषि ऋणों को माफ किया जाए और स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश के अनुसार समर्थन मूल्य घोषित किया जाए. वहीं, स्थाई अस्थाई मंडियों का विभिन्न गांव के बीच में गठन किया जाए और बाहर से व्यापारियों को उन मंडियों में बुलाया जाए ताकि किसान अपना टमाटर सीधा व्यापारी को मंडियों में दे सके.