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फोरलेन प्रोजेक्ट लॉकडाउन के कारण बंद, कंपनी अपने कर्मचारियों को दे रही VIP सुविधाएं - VIP facilites during lockdown

एफकॉन्स कंपनी के पास 1800 कर्मचारी काम कर रहे हैं, जिनमें अधिकतर स्थानीय और कुछ बाहरी राज्यों के शामिल हैं. लॉकडाउन के बाद बाहरी राज्यों के कर्मचारियों को भी यहीं पर रूकना पड़ा. इनकी संख्या 850 के करीब है, जिनमें 750 कर्मचारी और 90 इंजीनियर शामिल हैं. सभी के रहने के लिए 25 कैंप्स बनाए गए हैं जहां क्लास वन सुविधाएं दी जा रही हैं.

लॉकडाउन में कंपनी के कर्मचारी
लॉकडाउन में कंपनी के कर्मचारी

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Published : Apr 10, 2020, 12:37 PM IST

मंडी: हिमाचल प्रदेश में बनाए जा रहे सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण कीतरपुर-मनाली फोरलेन प्रोजेक्ट का काम लॉकडाउन के कारण रोक दिया गया है. पूरे प्रोजेक्ट में सबसे अहम और चुनौतीपूर्ण कार्य मंडी जिला में हो रहा है.

जिला में पंडोह बायपास टकोली प्रोजेक्ट में 10 टनलों का निर्माण किया जा रहा है, जिनकी कुल लंबाई 21 किमी है. इस कार्य को एफकॉन्स कंपनी कर रही है जो शाहपुरजी-पालनजी का हिस्सा है. कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर आरके सिंह बताते हैं कि राष्ट्रीय हित के इस प्रोजेक्ट का निर्माण कार्य बीते दो सालों से दिन- रात चल रहा था, लेकिन लॉकडाउन के कारण अब इसे बंद कर दिया गया है.

वीडियो रिपोर्ट

लॉकडाउन हटते ही प्रोजेक्ट के कार्य को तेज गति के साथ आगे बढ़ाया जाएगा. एफकॉन्स कंपनी के पास 1800 कर्मचारी काम कर रहे हैं, जिनमें अधिकतर स्थानीय और कुछ बाहरी राज्यों के शामिल हैं. लॉकडाउन के बाद बाहरी राज्यों के कर्मचारियों को भी यहीं पर रूकना पड़ा. इनकी संख्या 850 के करीब है, जिनमें 750 कर्मचारी और 90 इंजीनियर शामिल हैं.

सभी के रहने के लिए 25 कैंप्स बनाए गए हैं जहां क्लास वन सुविधाएं दी जा रही हैं. कंपनी के पीएंडए हैड कर्नल बलजिंदर गौरेया ने बताया कि सभी कैंप्स में आईसोलेशन वॉर्ड बनाए गए हैं और यहां रह रहे कर्मियों का रोजाना मेडिकल चेकअप किया जा रहा है.

सभी के रहने, खाने और दवाईयों की उचित व्यवस्था की गई है. सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखा जा रहा है. कोई भी कर्मी अपने कैंप से बाहर नहीं जाता और कोई बाहर से अंदर नहीं आता. यहां रूके कर्मचारी मिल रही सुविधाओं से खासे खुश नजर आ रहे हैं. कर्मचारियों को रहने के लिए अलग से कमरे दिए गए हैं और सभी के मनोरंजन की पूरी व्यवस्था की गई है.

वहीं कुछ कर्मचारी वर्क फ्रॉम होम के तहत भी अपनी सेवाएं यहीं से दे रहे हैं. अमृतसर निवासी कर्मचारी जागीर सिंह ने बताया कि वह नहीं चाहते की लॉकडाउन को तोड़कर घर जाएं जबकि उन्हें घर से बेहतर सुविधाएं यहीं पर मिल रही हैं. ये प्रोजेक्ट दिसंबर 2021 में पूरा होना था लेकिन लॉकडाउन के कारण इसकी अवधि थोड़ी और बढ़ सकती है.

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