करसोग: देश में कोरोना के खौफ को देखते हुए प्रशासन ने बाहर से आए हुए लोगों को कड़ी निगरानी में रखा है. करसोग में 15 मार्च के बाद 434 लोग पहुंचे हैं. इसमें 11 लोग कोरोना प्रभावित देशों से वापिस लौटे हैं. इसी तरह से 423 लोग बाहरी राज्य से आएं हैं. ये लोग अब घरों में ही क्वारंटाइन पर है. इसमें विदेशों से लौटे लोग 28 दिन और बाहरी राज्य से आये लोग 14 दिन तक क्वारंटाइन पर हैं.
प्रशासन ने ऐसे सभी लोगों की निगरानी के लिए सर्विलांस अधिकारी लगा रखे हैं. अगर ये लोग नियमों के खिलाफ क्वारंटाइन पीरियड के दौरान घरों से बाहर निकलते हैं तो ऐसे लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश जारी किए गए हैं.
विदेशों से लौटे जो लोग क्वारंटाइन पर हैं. मेडिकल ऑफिसर सहित आशा वर्कर इनके स्वास्थ्य पर नजर बनाए हुए हैं. ऐसे सभी लोगों के स्वास्थ्य के बारे में पल पल की जानकारी ली जा रही है. अगर इन लोगों में खांसी, जुकाम या बुखार के लक्षण पाए जाते हैं तो ऐसे लोगों को तुरन्त अस्पताल जांच के लिए लाया जाएगा. इसके अतिरिक्त बाहरी राज्य से आये लोगों के घर पर सर्विलांस अधिकारी निगरानी रखे हुए हैं.
स्थानीय निवासियों से भी ऐसे लोगों के घरों से दूर रहने की हिदायत दी गई है. घरों के बाहर लगाए जा रहे कोविड 19 के पोस्टर विदेशों और देश के विभिन्न राज्य से लौटे सभी लोगों के घरों के बाहर कोविड-19 के पोस्टर लगाए जा रहे हैं, ताकि सर्विलांस अधिकारी को ऐसे लोगों के घरों की सही जानकारी रहे. इसके अतिरिक्त स्थानीय लोगों को भी जानकारी मिल सके कि ऐसे घरों में विदेशों और बाहरी राज्य से आए लोग क्वारंटाइन पर है.
घरों में क्वारंटाइन पर लोगों के लिए पंचायत स्तर पर महिला मंडलों सहित सिलाई सेंटरों को मास्क बनाने के लिए ऑथोराइज्ड किया गया है. महिला मंडल सिलने के बाद मास्क बांटने का भी कार्य करेंगी. एसडीएम सुरेंद्र ठाकुर का कहना है कि घरों में क्वारंटाइन पर लोगों को कड़ी निगरानी में रखा गया है.
एसडीएम सुरेंद्र ठाकुर ने कहा कि ऐसे लोगों के स्वास्थ्य पर लगातार नजर रखी जा रही है. उनका कहना है कि कोई भी लक्षण सामने आने पर ऐसे लोगों को अस्पताल में भर्ती किया जाएगा. उन्होंने कहा कि अगर कोई भी क्वारंटाइन पीरियड के दौरान बाहर निकलता है तो ऐसे लोगों पर एफआईआर दर्ज की जाएगी.
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